भारत के चुनाव आयोग ने ने मणिपुर आउटर लोकसभा सीट के 6 पोलिंग सेंटर पर हुई वोटिंग को शून्य घोषित कर दिया है. जिसके बाद 30 अप्रैल को सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक यहां नए सिरे से दोबारा से मतदान कराया जाएगा. मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने की घोषणा कर जानकारी दी है कि इन छह जगहों पर फिर से मतदान होगा. जिससे यह सुनिश्चित होगा कि चुनावी प्रक्रिया कानूनी प्रावधानों के मुताबिक निष्पक्ष रूप से आगे बढ़े.
चुनाव आयोग ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 58(2) और 58ए(2) के तहत यह निर्देश दिया है. दरअसल 26 अप्रैल को हुए दूसरे चरण के मतदान के दौरान इन छह पोलिंग सेंटर पर हिंसा हुई थी. इन बूथों पर कुछ असामाजिक तत्वों ने ईवीएम मशीनों के साथ तोड़फोड़ की थी. इसके साथ ही यहां गैर कानूनी तरीके से मतदान करने की भी खबरें सामने आई थी.
कांग्रेस ने की दोबारा मतदान कराने की मांग
मणिपुर कांग्रेस ने बूथ कैप्चरिंग और जबरदस्ती वोट डलवाने की बात को गंभीरता से लेते हुए इसकी शिकायत की थी. कांग्रेस ने मतदान में गड़बड़ी का होने का आरोप लगाया और चुनाव आयोग से दोबारा से यहां जगहों पर मतदान कराने की मांग की थी. मुख्य चुनाव आयोग को कांग्रेस ने एक पत्र लिखा था जिसमें पार्टी ने हथियारबंद लोगों के EVM तोड़ने, मतदान में धांधली, थ कैप्चरिंग करने और जबरन वोटिंग की घटनाओं का जिक्र किया था.
पहले चरण के मतदान में भी हुई थी हिंसा
इससे पहले 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के दौरान भी यहां फायरिंग और तोड़फोड़ की घटनाएं सामंने आई थीं. जिसमें कुछ लोग जख्मी भी हो गए थे. उपद्रवियों ने यहां ईवीएम के साथ तोड़फोड़ कर उसे नुकसान पहुंचाया था. जिसके बाद नाव आयोग ने यहां दोबारा से मदातन कराने का निर्देश दिया था. 22 अप्रैल को आंतरिक मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र के 11 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान हुआ था. अगले दौर का मतदान 7 मई को होगा. वोटों की गिनती और नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे.