नई दिल्ली : भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पांचवें और आखिरी टी20 मैच में बांग्लादेश को 21 रन से हरा दिया. इसके साथ ही टीम इंडिया ने 5 मैचों की सीरीज में मेजबानों का 5-0 से क्लीनस्वीप किया. रिचा घोष की नाबाद 28 रन की तेजतर्रार पारी के बाद राधा यादव (24/3) ने पांचवें टी20 में शानदार गेंदबाजी की. बांग्लादेश ने 157 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए अच्छी शुरुआत की लेकिन बायें हाथ की स्पिनर राधा यादव के शीर्ष क्रम को झकझोरने से उसकी टीम 20 ओवर में छह विकेट पर 136 रन ही बना सकी. उसके लिए रितु मोनी की 37 रन और शोरिफा खातून की नाबाद 28 रन की पारी भी कुछ काम नहीं आ सकी।
ऑलराउंडर मोनी और शोरिफा ने छठे विकेट के लिए 57 रन की साझेदारी निभाकर भारत को दबाव में ला दिया लेकिन मेहमान टीम ने अंत में श्रृंखला में सूपड़ा साफ किया. मोनी और शोरिफा के बीच यह साझेदारी बांग्लादेश के लिए महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय में छठे विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है. इससे पहले छठे विकेट के लिए संजीदा इस्लाम और निगार सुल्ताना के बीच 32 रन की सबसे बड़ी साझेदारी थी. लेग स्पिनर आशा शोभना (25/2) ने यह भागीदारी तोड़ी. उन्होंने मोनी को 17वें ओवर में आउट कर घरेलू टीम की उम्मीद तोड़ दी।
बांग्लादेश ने 10 ओवर में पांच विकेट गंवाकर 52 रन बना लिये थे लेकिन मोनी और शोरिफा ने मिलकर हर मौके का फायदा उठाकर बाउंड्री लगाकर और स्ट्राइक रोटेट करते हुए उम्मीद बंधाई. राधा यादव ने सबसे पहले टिटास साधु की गेंद पर शोभना मोस्त्री (13 रन) का शानदार कैच लेकर प्रभावित किया. शोभना ने पूजा वस्त्राकर के पहले ओवर में तीन चौके जमाये थे. फिर राधा ने दिलारा अख्तर (04), कप्तान निगार सुल्ताना (07) और रूबया हैदर (20) को आउट मेजबानों को पटरी से उतार दिया. इससे पहले रिचा की तीन छक्के और एक चौके जड़ित 17 गेंद की पारी से भारत ने पांच विकेट पर 156 रन बनाए. डी हेमलता (37) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (30) ने भी तीसरे विकेट के लिए 60 रन जोड़कर पारी को मजबूती दी।
भारत ने श्रृंखला का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने 25 गेंद में चार चौकों और एक छक्के से 33 रन बनाकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई. राबिया खान (28 रन पर दो विकेट) ने 16वें ओवर में भारत को दोहरा झटका दिया जबकि इससे एक ओवर पहले भी टीम ने विकेट गंवाया जिसके बाद विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा ने ताबड़तोड़ पारी खेली. शेफाली वर्मा (14) और मंधाना ने पहले विकेट लिए 25 रन जोड़े. मंधाना ने हेमलता के साथ भी 37 रन की साझेदारी की।
मंधाना बड़ी पारी की ओर बढ़ रही थी लेकिन आठवें ओवर में नाहिदा अख्तर (27 रन पर दो विकेट) की गेंद पर पगबाधा के विवादास्पद फैसले का शिकार बनीं. इस श्रृंखला में डीआरएस का उपयोग नहीं हो रहा. हेमलता को फारिहा ट्रिस्ना ने एक रन के स्कोर पर जीवनदान दिया जिसका फायदा उठाकर उन्होंने 23 गेंद की अपनी पारी में दो चौके और इतने ही छक्के मारे. हरमनप्रीत भी 24 गेंद में चार चौकों से 30 रन की पारी के दौरान लय में नजर आईं।