श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) की बारामूला लोकसभा सीट (Baramulla Lok Sabha seat) पर सोमवार सुबह सात बजे से मतदान जारी है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत 22 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। उमर अब्दुल्ला वोट डाल चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि मतदान सुबह सात बजे आरंभ हुआ। निर्वाचन क्षेत्र के कुछ इलाकों में लोगों को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए मतदान केंद्रों के बाहर कतारों में खड़े देखा गया। मतदान शाम छह बजे खत्म होगा।
500 से अधिक 100 वर्ष से ज्यादा उम्र के मतदाता
इस चुनाव में 17.37 लाख योग्य मतदाताओं में से 500 से अधिक 100 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता हैं। राजनीतिक विश्लेषकों ने इस सीट पर भारी मतदान की उम्मीद जतायी है। उन्होंने बताया कि इस निर्वाचन क्षेत्र में तीन जिलों कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपुरा की 18 विधानसभा सीट आती हैं और इसमें बडगाम के दो क्षेत्र भी शामिल हैं जिन्हें दो साल पहले परिसीमन आयोग की सिफारिशों पर शामिल किया गया है।
बारामूला में वोटिंग के दौरान की X पर पोस्ट
जम्मू-कश्मीर में 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त करने के बाद पहले बड़े राजनीतिक मुकाबले में नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के सामने सबसे बड़ी चुनौती अलगाववादी से नेता बने और पूर्व मंत्री सज्जाद लोन की है जो पीपुल्स कांफ्रेंस का नेतृत्व कर रहे हैं।
8,000 से अधिक चुनाव कर्मियों की तैनाती
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने राज्यसभा के पूर्व सदस्य मीर मोहम्मद फयाज को मुकाबले में उतारा है जबकि जेल में बंद अलगाववादी नेता नईम अहमद खान का भाई मुनीर खान बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ रहा है। अधिकारियों ने बताया कि 2,103 मतदान केंद्रों पर 8,000 से अधिक चुनाव कर्मियों को तैनात किया गया है और 28 मतदान केंद्र कुपवाड़ा और बारामूला जिलों के सीमावर्ती इलाकों में स्थित हैं।
चुनाव के मौके पर उमर अब्दुल्ला का स्टेटमेंट x पर पोस्ट
वोट डालने की मतदाताओं से अपील
JKNC के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा, मुझे उम्मीद है कि लोग अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे। लोकतंत्र में सबसे बड़ी ताकत जनता की आवाज, जनता का वोट है। मैं बारामूला के लोगों से अपील करता हूं कि वे बाहर आएं और अपना वोट डालें। मैं हमेशा कहता रहा हूं कि ऐसे दावे करना कि बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं और स्थिति सामान्य है ठीक नहीं है। ऐसा करके हम पर्यटकों की जान खतरे में डाल रहे हैं। यदि पर्यटकों को सुरक्षा प्रदान नहीं की जा सकती तो हमें ऐसे दावे करने से बचना चाहिए।