नई दिल्ली : कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की टीम क्वालिफायर-1 मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद को आठ विकेट से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के फाइनल में पहुंच गई है। टीम ने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद वेंकटेश अय्यर और कप्तान श्रेयस अय्यर के नाबाद अर्धशतकों के दम पर यह मुकाबला जीता है।
हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए राहुल त्रिपाठी के 55 रनों की मदद से 19.3 ओवर में 159 रन बनाए थे लेकिन केकेआर ने श्रेयस के 24 गेंदों पर पांच चौकों और चार छक्के की मदद से नाबाद 58 रन और वेंकटेश अय्यर के 28 गेंदों पर पांच चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 51 रनों की पारी के दम पर 13.4 ओवर में दो विकेट पर 164 रन बनाकर मकाबला जीत लिया।
कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर सनराइजर्स हैदराबाद को 19.3 ओवर में 159 रन पर ऑलआउट कर दिया। हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था लेकिन स्टार्क ने शुरुआती झटके देकर उसकी पारी लड़खड़ा दी। हैदराबाद की टीम इन झटकों से उबर नहीं सकी लेकिन राहुल त्रिपाठी के अर्धशतक और अंत में कमिंस की तेज पारी से टीम 150 रन का आंकड़ा पार करने में सफल रही।
केकेआर के लिए मिचेल स्टार्क ने तीन विकेट झटके। टूर्नामेंट के इतिहास के सबसे महंगे बिकने वाले स्टार्क का मौजूदा सीजन में प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था, लेकिन उन्होंने क्वालिफायर-1 जैसे महत्वपूर्ण मुकाबले में शानदार प्रदर्शन कर दिखाया कि उनकी क्षमता क्या है। स्टार्क ने पहले ट्रेविस हेड को पहले ही ओवर में खाता खोले बिना आउट कर हैदराबाद को बड़ा झटका दिया। इसके बाद उन्होंने नीतीश रेड्डी और शाहबाज अहमद को भी पवेलियन भेजा। स्टार्क के अलावा केकेआर के लिए स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने दो विकेट लिए। दिलचस्प बात यह है कि इस मैच में केकेआर के हर गेंदबाज ने सफलता हासिल की और हैदराबाद को बड़ा स्कोर बनाने से रोकने में सफल रहे।
इससे पहले, पावरप्ले में चार विकेट गंवाने के बाद हैदराबाद के लिए राहुल त्रिपाठी ने हेनरिच क्लासेन के साथ मिलकर पारी को संभाला और सिर्फ 29 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। राहुल हालांकि 35 गेंदों पर सात चौकों और एक छक्के की मदद से 55 रन बनाकर रन आउट हुए। उनके अलावा क्लासेन ने 21 गेंदों पर 32 रन और कमिंस ने 24 गेंदों पर 30 रन का योगदान दिया। हैदराबाद टीम के सिर्फ चार बल्लेबाज ही दहाई अंक तक पहुंच सके।