देहरादून: उत्तराखंड की चार धाम यात्रा में इस साल रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं. भीड़ बढ़ने की वजह से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रियों का ध्यान में रखने के लिए अधिकारियों को विशेष निर्देश दिये हैं. यात्रियों की भीड़ और व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर सरकार ने फिलहाल 31 मई तक ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई हुई है. जिन तीर्थयात्रियों को इस फैसले की जानकारी नहीं हो पाई है, वो ऋषिकेश और हरिद्वार के ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन सेंटर्स में पहुंच रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक कई यात्री 31 मई तक का इंतजार कर रहे हैं तो कुछ अपना कार्यक्रम रद्द कर रहे हैं. इस बीच पुलिस ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन को लेकर सघन चेकिंग भी कर रही है. ऐसे ही एक मामले में मंगलवार को ऋषिकेश में आंध्र प्रदेश के 11 यात्रियों के दल के रजिस्ट्रेशन की डेट में गड़बड़ी करने पर दिल्ली की एक ट्रैवलिंग एजेंसी पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया. आरोप है कि एजेंसी ने फर्जी तरीके से यात्रा की डेट बदल दी थी.
यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर धामों में VIP दर्शनों पर रोक लगा दी गई है. यात्रा प्रशासन के अनुसार अभी तक सबसे ज्यादा यात्री केदारनाथ पहुंचे हैं. अकेले मंगलवार को करीब 38 हजार यात्रियों ने केदार धाम में दर्शन किए. कपाट खुलने की डेट से अभी तक केदारनाथ में 3.57 लाख यात्री आ चुके हैं. वहीं, बद्रीनाथ में 1.58 लाख यात्री आ चुके हैं. इसी तरह यमनोत्री और गंगोत्री में 2.90 लाख यात्री दर्शन कर चुके हैं.
गौरतलब है कि यमनोत्री पहुंचने के लिए यात्रियों को कुछ किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है. वहीं कुछ यात्री खच्चरों की सवारी करते हैं, जिसके चलते रास्ते में भीड़ भाड़ के वीडियो कुछ समय पहले सामने आए थे. हालांकि प्रशासन का कहना है कि शुरुवाती दिक्कत के बाद अब यात्रा सुचारू है. पैदल रास्ते में खच्चरों की संख्या को सीमित किया गया है. रास्ते में भीड़भाड़ ना हो, इसके लिए धारा 144 भी लगाई गई है.