नई दिल्ली : भारत डिजिटल इंडिया बनने की ओर आगे बढ़ रहा है, जिससे ऑनलाइन ट्रांसेक्शन में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। इसी का फायदा साइबर क्राइम करने वालों को हो रहा है और लाखों भारतीयों को इसका नुकसान उठाना पड़ रहा है। साल 2024 की शुरुआत के 4 महीनों में ही भारत में 7 लाख से ज्यादा साइबर क्राइम के मामले रिकॉर्ड हुए है।
ईटी की एक रिपोर्ट में इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर ने बताया है कि 2024 के शुरुआती 4 महीनों में ही भारतीयों को साइबर अपराध के चलते करोड़ों का चूना लगा है। जनवरी से अप्रैल 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार, ऑनलाइन फ्रॉड के कारण लाखों भारतीयों को 1,750 करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ है। बीते 4 महीनों में नेशनल साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर साइबर क्राइम के करीब 7 लाख 40 हजार मामले दर्ज हुए है।
रोज की इतनी शिकायत
इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर के अनुसार, मई महीने में ही हर दिन औसतन 7 हजार शिकायतें रिकॉर्ड की गई है, जिसमें से 85% मामले
ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड के हैं। इससे यह बात तो साफ है कि साइबर क्राइम में सबसे ज्यादा शिकायत पैसों से जुड़े फर्जीवाड़े के है, जो पिछले साल से कई ज्यादा है।
बढ़ते साइबर मामले
हर साल साइबर क्राइम के मामले बढ़ते जा रहे है। पिछले 5 सालों में साइबर अपराध कई गुना बढ़े है। साइबर क्राइन के मामले 2019 में सिर्फ 26,049 हुआ करते थे, 2020 में ये बढ़कर 2,57,777 हुए, 2021 में यह आंकड़ा बढ़कर 4,52,414 हुआ, 2022 में 9,66,790 और साल 2023 में तो ये आंकड़ा 15 लाख से भी ज्यादा रहा था। 2024 के पहले ही 4 महीनों में साइबर क्राइम के मामले बढ़कर 7,40,957 हो चुके है।
ट्रेडिंग स्कैम
साइबर क्राइम में सबसे ज्यादा मामले फाइनेंशिल सेक्टर से जुड़े हुए है। ट्रेडिंग स्कैम में सबसे ज्यादा लोगों का नुकसान हुआ है, इसमें लोगों ने करीब 1,420 करोड़ रुपये गंवाए है। साल के शुरुआती 4 महीनों में ही ट्रेडिंग स्कैम की 20.043 शिकायतें मिली है।