चुनाव जीतने वाले सांसदों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर रहा लोकसभा सचिवालय

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नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव को लेकर मतगणना अपने अंतिम मुकाम तक पहुंचती नजर आ रही है। इस बीच लोकसभा सचिवालय भी नवनिर्वाचित सांसदों का स्वागत और पंजीकरण करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

लोकसभा सचिवालय 18वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए पंजीकरण काउंटर मंगलवार दोपहर 2 बजे से ही संसद भवन परिसर में शुरू कर रहा है। यह पंजीकरण काउंटर 5 से 14 जून तक सुबह 10 से रात 8 बजे तक संसद भवन परिसर में कार्यरत रहेगा। लोकसभा सचिवालय के अनुसार, कागजी कार्यवाही को कम करने और सदस्यों के पंजीकरण की औपचारिकताओं को सुगम बनाने के उद्देश्य से, नव-निर्वाचित सदस्यों का पंजीकरण ऑनलाइन एकीकृत सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के माध्यम से किया जाएगा।

सदस्यों को विभिन्न शाखाओं में निर्धारित कागजात पर हस्ताक्षर करने की आवश्यकता नहीं होगी। एकीकृत सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन में न केवल सांसद के बायो प्रोफाइल डेटा की प्रविष्टि की जाएगी, बल्कि इसमें प्रविष्ट की गई फेशियल और बायोमेट्रिक जानकारी के आधार पर पहचान पत्र जारी करने के साथ ही लोकसभा सदस्यों और उनकी पत्नी या पति को सीजीएचएस कार्ड जारी किए जाने की व्यवस्था भी की गई है।

इस बार सांसदों की सुविधा और सुगमता के लिए पंजीकरण, नामांकन, अस्थायी आवास और कई अन्य मामलों से संबंधित सभी औपचारिकताओं को कम से कम समय में पूरी करने की कोशिश की जाएगी। संसदीय सौध में बैंक्वेट हॉल और प्राइवेट डाइनिंग रूम में 10-10 कंप्यूटरों के साथ कुल 20 डिजिटल पंजीकरण काउंटर स्थापित किए गए हैं।

सांसदों का स्वागत करते हुए सचिवालय प्रत्येक सदस्य को भारत के संविधान, नियम, निर्देश तथा कुछ अन्य उपयोगी प्रकाशनों की प्रतियां उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा, कुछ अन्य प्रकाशन सदस्यों को सॉफ्ट वर्जन में उपलब्ध कराए जाएंगे। पंजीकरण काउंटर पर तैनाती के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। वेटिंग जोन में प्रतीक्षा कर रहे सांसदों की सुविधा के लिए संपर्क अधिकारियों को टैब के माध्यम से डेटा प्रविष्टि करने का प्रशिक्षण दिया गया है। यह व्यवस्था संसद परिसर में आए सांसदों का पंजीकरण कम से कम समय में करने के उद्देश्य से की गई है।

लोकसभा सचिवालय के अधिकारी, चुनाव आयोग की वेबसाइट पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और सचिवालय की टीम जीते हुए उम्मीदवारों से संपर्क कर उनका डिटेल तुरंत दर्ज करेगी। सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन का उपयोग करने वाली टीम यह जांच सकेगी कि सफल उम्मीदवार नया सांसद है या फिर से निर्वाचित सांसद है। यह जानकारी सदस्यों के दिल्ली आगमन के कार्यक्रम की प्रविष्टि करने के लिए सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के माध्यम से संपर्क अधिकारियों (एलओ) के साथ साझा की जाएगी।

संपर्क अधिकारियों को सदस्यों, विशेष रूप से नवनिर्वाचित सदस्यों से शीघ्र संपर्क करने के लिए कहा गया है, ताकि वे उन्हें आवश्यक दस्तावेजों को लाने के बारे में जानकारी उपलब्ध करा सकें। जिन नवनिर्वाचित सदस्यों के पास दिल्ली एवं नई दिल्ली में पहले से सरकारी आवास नहीं है, उन्हें वेस्टर्न कोर्ट एनेक्सी/हॉस्टल या राज्य/संघ राज्य क्षेत्र के भवनों/अतिथि गृहों में तब तक अस्थायी आवास प्रदान किया जाएगा, जब तक कि उन्हें लोकसभा की हाउस कमेटी द्वारा नियमित आवास प्रदान नहीं किया जाता।

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