नई दिल्ली : शरीर के भीतर लीवर, किडनी, फेफड़े और आंत जैसे कई अंग हैं। शरीर के बेहतर कामकाज के लिए सभी अंग अलग-अलग तरीके से काम करते हैं। खाने-पीने के चीजें और प्रदूषण जैसे बाहरी तत्व पूर बॉडी सिस्टम को प्रभावित करते हैं। समय के साथ शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होते रहते हैं जोकि आपके सिस्टम को बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं।
स्वस्थ रहने और शरीर के कामकाज को बेहतर बनाने के लिए इन विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना जरूरी है। शरीर विषाक्त पदार्थ जमा होने से आपको पाचन की समयाएं, ऊर्जा की कमी, वजन बढ़ना, इम्यून सिस्टम कमजोर होना, थकान और कमजोरी और त्वचा से संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं।
शरीर को डिटॉक्स कैसे करें? आंतरिक अंगों को स्वस्थ और उनके कार्य में सुधार के लिए शरीर को डिटॉक्स करना जरूरी है। ईशा फाउंडेशन के फाउंडर और जानेमाने गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने शरीर को डिटॉक्स करने का एक देसी तरीका बताया है।
सद्गुरु ने बताया है कि शरीर को डिटॉक्स करने के लिए आप हल्दी और नीम का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन दोनों चीजों में एंटीओक्सिडेंट की अच्छी मात्रा होती है। इसके अलावा काफी मात्रा में विटामिन बी होता है। इसके सेवन से शरीर में सूजन पैदा करने वाले तत्वों की सफाई होती है और सूजन कम होती है। इसके नियमित सेवन से आंतों की सफाई भी होती है। अगर आपके पेट या आंतों में विषाक्त पदार्थ हैं, तो उन्हें साफ करने के लिए इनका सेवन करें।
सद्गुरु के अनुसार, आपको अपने शरीर की सफाई करने के लिए हल्दी और नीम की छोटी-छोटी गेंद बनाकर इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए नीम की ताजे पत्ते लेकर उन्हें दरदरा पीस लें। इसमें ज्यादा पानी न डालें। अब हाथों से इसकी छोटी-छोटी गोली बनाएं। ध्यान रहे कि इनका साइज बहुत बड़ा नहीं होना चाहिए। ठीक इसी तरह हल्दी पाउडर में पानी डालकर आटे की तरह गूंथ लें और उसकी छोटी गोलियां बना लें।
इससे शरीर को नियमित रूप से विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिलाने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा इससे पाचन तंत्र को साफ करने, शरीर की ऊर्जा बढ़ाकर थकान कम करने, मेटाबॉलिज्म को तेज करने, सूजन कम करने, मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने, दिमागी सुस्ती कम करने, इम्यूनिटी बढ़ाने, स्वस्थ त्वचा को बढ़ावा देने, आदि में मदद मिलती है।