नई दिल्ली : जैतून का तेल हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, भले ही भारत में इसकी पैदावर कम होती है, लेकिन ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट इसे इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं. ऑलिव ऑयल में कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं, यही वजह है कि कई दवाइयों और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में इसका इस्तेमाल किया जाता है.
आजकल हमारे घरों में और रेस्त्रां में रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जा रहा है, जिससे कैंसर का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है. जैतून के तेल में एंटी इंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते हैं जो हमें कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का रिस्क घटता है.
ऑलिव ऑयल हमारे बालों का भी ख्याल रखता है. आजकल बालों का कमजोर होना, उनका गिरकर टूट जाना, शाइन कम होना और दोमुंहे बाल आने के समस्या काफी अधिक बढ़ गई है. इसके लिए आप नहाने से पहले बालों में जैतून के तेल से मसाज करें. और एक से दो घंटे बाल सिर को माइल्ड शैम्पू से धो लें.
कुछ लोगों ने चेहरे पर बढ़ती उम्र का असर वक्त से पहले ही नजर आने लगता, क्योंकि उनके चेहरे पर झुर्रियां दिखने लगती. अगर आप ऑलिव ऑयल के फेस पर लगाएंगे तो डैमेज स्किन धीरे-धीरे रिपेयर होने लगेगी. दरअसल जैतून के तेल में विटामिन के पाया जाता है जो डेड सेल्स की जगह नई कोशिकाएं बना देता है.
भारत में दिल के मरीजों की तादाद दिनों दिन बढ़ रही है, इसलिए हमें भी अपने खाने-पीने की आदतों में बदलाव करना चाहिए. अगर हम जैतून के तेल में पका खाना खाएंगे तो शरीर में क्लॉटिंग नहीं होगी और बैड कोलेस्ट्रॉल काफी हद तक कम हो जाएगा. इससे हार्ट अटैक का रिस्क भी घटेगा.
कई रिसर्च में ये साबित हो चुका है कि काफी कुकिंग ऑयल में मौजूद ट्रांस फैट मौजूद होते हैं, जो तनाव बढ़ाने का काम करते हैं, इसके उलट अगर आप ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करते तो मूड बेहतर होगा और किसी तरह की मेंटल प्रॉब्लम नहीं होगी.