नई दिल्ली: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता की अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार राज्यसभा उपचुनाव में पार्टी की उम्मीदवार होंगी। लोकसभा चुनाव 2024 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की नेता सुनेत्रा को उनकी ननद सुप्रिया सुले से हार का सामना करना पड़ा था। लोकसभा चुनाव में उनकी हार के बाद अब अजित ने उन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। महाराष्ट्र में राज्यसभा सांसद की सीट प्रफुल्ल पटेल के इस्तीफे के बाद खाली हुई है। प्रफुल्ल पटेल का चार साल का कार्यकाल बचा था, लेकिन उन्होंने इस्तीफा दे दिया, क्योंकि उन्हें दूसरी बार राज्यसभा सांसद के लिए चुना गया और वह अब 2030 तक राज्यसभा सांसद बने रहेंगे।
राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन के बाद सुनेत्रा पवार ने कहा कि 18 तारीख तक अभी और इंतजार करना होगा। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार और नेता समेत महायुति का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उनके उपर जो भरोसा जताया उसके लिए काम करना है। छगन भुजबल को लेकर उन्होंने कहा कि कोई भी नाराज नहीं है। सभी ने मिलकर फैसला लिया और खुद छगन भुजबल भी आज मौजूद थे। जब उनसे पूछा गया कि क्या इसके लिए अजित पवार तैयार नहीं थे तो उन्होंने कहा कि यह जनता की मांग थी। पवार ने खुद कहा कि आपको ही राज्यसभा में जाना चाहिए।
प्रफुल्ल पटेल राष्ट्रवादी कांग्रेस के बड़े नेता हैं और शरद पवार के करीबी माने जाते थे। हालांकि, एनसीपी के दो गुट में बंटने के बाद वह अजित पवार के साथ आ गए। वह जुलाई 2022 में एनसीपी के समर्थन से राज्यसभा सांसद बने थे। इस समय पार्टी एकजुट थी। ऐसे में पार्टी के दो हिस्सों में बंटने के बाद उन्हें दोबारा राज्यसभा सांसद का उम्मीदवार बनाया गया और अजित के गुट के विधायकों के समर्थन से वह एक बार फिर राज्यसभा सांसद चुने गए। ऐसे में उन्होंने पुराने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके पुराने कार्यकाल में चार साल का समय बचा था। वह 2028 तक राज्यसभा सांसद रहते। हालांकि, अब वह 2030 तक इस पद पर रहेंगे। उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर इस बारे में जानकारी दी थी।
सुनेत्रा पवार को राज्यसभा का टिकट देने के बाद अजित विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। वह बारामती से अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। वहीं, शरद पवार के गुट वाली एनसीपी इस सीट से योगेंद्र पवार को टिकट दे सकती है।