महाराष्ट्र के गोंदिया में मर्डर, मध्यप्रदेश में जलाई लाश, बेटी-दामाद ने की थी म्यूजिक टीचर की हत्या

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मुंबई (Mumbai)। महाराष्ट्र के गोंदिया (Gondia of Maharashtra) जिले के निवासी एक म्यूजिक टीचर को उसकी सगी बेटी और दामाद (daughter and son-in-law) ने पीटकर हत्या कर दी। यही नहीं आरोपियों ने लाश को बैतूल जिले में चिचंडा गांव के पास बंद पड़े ढाबे के बाथरूम में जलाने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस को मौके से एक जली हालत में लाश मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को मृतक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी। आखिरकार सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने चार महीने बाद कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया।

बताया जाता है कि मृतक की उंगली में पाई गई एक अंगूठी ही सुराग के रूप में पुलिस के हाथ आई थी। अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाई और जांच शुरू की। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक सफेद रंग की कार संदिग्ध हालत में आते-जाते नजर आई। पुलिस को फुटेज में कार का नंबर एमएच 35 एजी 1359 दिख गया। इसके बाद पुलिस ने अब कार की तलाश शुरू की।

पुलिस ने पाया कि कार किरन पति पुरषोत्तम कावले की थी। पुरषोत्तम कावले ए-2 अष्टविनायक अपार्टमेंट वार्ड नं. 11 जैन रिसोर्ट कालोनी तहसील गोरेगांव जिला गोंदिया में रहते थे। वह म्यूजिक टीचर थे। फिर एक पुलिस टीम गोंदिया पहुंची। पुलिस पाया कि पुरषोत्तम कावले बडे़ बाल रखता था और बालों को ब्राउन कलर से रंगता था। वह शराब पीने का आदी था। पुलिस को इसी दौरान पता चला कि पुरषोत्तम चार माह से अपने घर पर नजर नहीं आ रहा है।

पुलिस को पता चला कि पुरषोत्तम कावले की पत्नी किरण कावले अपनी बहन के घर ग्राम बाघबोडी जिला भंडारा में मौजूद हैं। टीम भंडारा पहुंची। पुलिस ने किरण कावले को मृतक की तस्वीरें और अंगूठी दिखाई तो उसकी पहचान पुरषोत्तम कावले के रूप में हुई। किरण कावले ने बताया गया कि पति पुरषोत्तम शराब पीने का आदी थे। वह लोगों से उधार पैसे लेते थे। फिर जब लोग पैसे मांगने आते थे तब वह बिना बताए फोन बंद कर घर से चले जाते थे।

फरवरी महीने में पुरषोत्तम कावले अपने घर गोरे गांव में थे। उन्होंने पत्नी को फोन करके बताया कि उसकी तबीयत खराब है। इसके बाद वह उनको देखने जाने वाली थीं। इसी दौरान बेटी मोनिका ने कहा कि आप मत जाओ मैं अपने पति राहुल के साथ कार से चले जाते हैं। इसके बाद दोनों शाम करीब छह बजे कार से गोरेगांव गए। दूसरे दिन सुबह वापस काटोल आ गए। पूछने पर बेटी ने बताया कि पापा की तबीयत खराब नहीं है वे बहुत शराब पी रहे हैं।

बेटी ने यह भी बताया कि पिता ने उन्हें लड़ाई-झगड़ा कर के घर से भगा दिया। वह कहीं चले जाने का बोल रहे थे। इसके बाद पुलिस ने घटना के संबंध में मृतक की बेटी मोनिका बाडबुदे और दामाद राहुल बाडबुदे से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि 13 फरवरी 2024 को वे दोनों मम्मी की कार से पापा को देखने के लिए काटोल से गोरेगांव गए। रात में करीब 10.45 बजे गोरेगांव पहुंचे तो मृतक पुरषोत्तम कावले अत्यधिक शराब के नशे में मिले।

पुरषोत्तम ने बेटी मोनिका एवं दामाद राहुल वाडबुदे के साथ विवाद शुरू कर दिया। इससे बेटी दामाद को गुस्सा आ गए और उन्होंने पिता के साथ मारपीट कर दी जिससे उनकी मौत हो गई। इसके बाद दोनों के होश उड़ गए। दोनों ने लाश को कार की डिक्की में रखा और काटोल पहुंच गए। उन्होंने 14 फरवरी को नागपुर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग पर बंद पड़े ढाबे के पीछे स्थित बाथरूम में लाश को पेट्रोल डालकर जला दिया।

इस मामले में बैतूल एसडीओपी एसपी सिंह ने बताया कि 15 फरवरी 2024 को ग्राम चिचंडा सरपंच अंकित कालभोर ने पुलिस को बंद पडे़ क्रेजी फूड ढाबा के बाथरूम में जली हुई लाश मिलने की जानकारी दी थी। पता नहीं चल रहा था कि लाश पुरुष की है या महिला की। पुलिस ने पाया कि मृतक के नंबर पर आखिरी काल आरोपी राहुल ने की थी। दोनों की लोकेशन भी घटनास्थल पर पाई गई। पुलिस ने मृतक का मोबाइल आरोपियों के कब्जे से जब्त किया है।

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