निवाड़ी : मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले स्थित ओरछा में श्रीरामराजा लोक का निर्माण कार्य चल रहा है. इस कार्य की खुदाई में ऐतिहासिक अवशेष मिले हैं. यहां 500 साल पुराना मंदिर, कमरा और बावड़ी मिली हैं. यहां जमीन के अंदर से प्राचीन मंदिर का कलश भी मिला है. यह कलश करीब-करीब 5 फीट ऊंचा है. ये अवशेष मिलने के बाद जिला प्रशासन ने फिलहाल खुदाई रोक दी है. अब आगे की खुदाई आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के विशेषज्ञों की देखरेख में होगी. एएसआई का कहना है कि इससे पहले भी यहां एक पुरानी बस्ती मिल चुकी है. अब यहां खुदाई मशीनों से नहीं हाथों से होगी.
गौरतलब है कि ओरछा में श्रीरामराजा लोक का काम तेजी से चल रहा है. यहां फिलहाल वीआईपी पार्किंग के पास खुदाई चल रही है. 16 जून को भी विशेषज्ञों की देखरेख में मजदूर और जेसीबी यहां खुदाई कर रह थे, तब अचानक उन्हें कुछ दिखाई दिया. ये देखते ही उन्होंने काम रोक दिया और विशेषज्ञों को सूचना दी. विशेषज्ञों ने जमीन के अंदर झांका और जांच की. इस जांच में मंदिर, कमरा, कलश और बावड़ी दिखाई दिए. कलश काफी ऊंचा और भारी है. यह करीब 5 फीट का है. विशेषज्ञों ने इन अवशेषों की जांच के बाद बताया कि यह सबकुछ 500 साल पुराना है. इससे पता चलता है कि यहां किसी जमाने में मंदिर रहा होगा और लोग बावड़ी का इस्तेमाल करते होंगे.
ये अवशेष मिलने के बाद अब जिला प्रशासन ने फिलहाल खुदाई रोक दी है. यहां अब एएसआई की टीम आएगी और अवशेषों की गहराई से जांच करेगी. उनकी देखरेख में ही आगे की खुदाई होगी. ये खुदाई अब हाथों से होगी. मशीनों का इस्तेमाल नहीं होगा. इधर, एएसआई के क्यूरेटर घनश्याम बाथम ने बताया कि प्राचीन अवशेष मिलने की खबर अच्छी है. यह अवशेष 500 साल पुराने हैं. ओरछा नगरी धार्मिक शहर होने के साथ-साथ पुरातत्व की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. पहले भी यहां राजमहल का रेनोवेशन किया जा चुका है. उस वक्त भी एक पूरी बस्ती के अवशेष हमें मिल चुके हैं. इन पुरातात्विक धरोहरों के मिलने से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ओरछा बहुत पुराना और समृद्ध शहर रहा होगा.