नई दिल्ली। भारत में रॉयल सऊदी नेवल फोर्सेज के प्रशिक्षु समुद्री प्रशिक्षण लेंगे। यह प्रशिक्षु ट्रेनिंग के लिए भारत पंहुचे हैं। भारतीय नौसेना ने इन कैडेट्स के साथ वार्तालाप शुरू किया है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के अंग के रूप में समुद्री प्रशिक्षण चरण व सिम्युलेटर प्रशिक्षण प्रारंभ किया जाएगा। रॉयल सऊदी नेवल फोर्सेज के प्रशिक्षु भारतीय नौसेना के प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन, (1टीएस) में शामिल हुए हैं। रॉयल सऊदी नेवल फोर्सेज के ये जवान अगले चार सप्ताह भारत में ट्रेनिंग हासिल करेंगे।
रॉयल सऊदी नेवल फोर्सेज (आरएसएनएफ) के किंग फहद नेवल अकादमी के कुल 76 प्रशिक्षु दक्षिणी नौसेना कमान, कोच्चि में भारतीय नौसेना के प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन, (1टीएस) में शामिल हुए हैं। यह प्रशिक्षुओं का दूसरा बैच है, जो प्रशिक्षु प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन (1टीएस) के साथ प्रशिक्षण लेगा। पहला बैच मई-जून 2023 में इसी तरह का प्रशिक्षण ले चुका है।
इस अवसर पर, प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन (1टीएस) के वरिष्ठ अधिकारी, कैप्टन अंशुल किशोर ने प्रशिक्षुओं का स्वागत किया और चार सप्ताह तक चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी दी। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में मूलभूत नाविक गतिविधियों से लेकर बंदरगाह चरण के दौरान सिम्युलेटर आधारित प्रशिक्षण तक शामिल है, जबकि समुद्री चरण-समुद्र में जीवन की बारीकियों के व्यावहारिक प्रदर्शन पर केंद्रित है।
प्रशिक्षुओं को प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन (1टीएस) के पाल प्रशिक्षण जहाज पर पाल प्रशिक्षण से भी परिचित कराया जाएगा। रॉयल सऊदी नेवल फोर्सेज (आरएसएनएफ) प्रशिक्षुओं का प्रशिक्षण 107 एकीकृत अधिकारी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम (आईओटीसी) के भारतीय नौसेना प्रशिक्षुओं के साथ आयोजित किया जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इससे दोनों समुद्री देशों के प्रशिक्षुओं के बीच सौहार्द और आपसी समझ को बढ़ावा मिलता है। आरएसएनएफ के चीफ ऑफ स्टाफ एडमिरल फहद अब्दुल्ला एस. अल-घोफैली ने 24 जनवरी को भारत की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान दक्षिणी नौसेना कमान का दौरा किया था। दोनों नौसेनाओं के बीच द्विपक्षीय प्रशिक्षण सहयोग भारत और सऊदी अरब के बीच दीर्घकालिक मित्रता और साझा प्रतिबद्धता का प्रमाण है।