इजराइल ने दिखाई नरमी, गाजा से 19 बीमार और घायल बच्चों को जाने की दी अनुमति

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गाजा पट्टी: हमास और इजराइल के बीच इजराइलियों ने नरमी दिखाई है। इजराइल के अधिकारियों ने बताया कि 68 लोगों को पहली बार चिकित्सा निकासी के तहत गाजा पट्टी से मिस्र में प्रवेश की अनुमति दी गई है। 68 लोगों में 19 बीमार और घायल बच्चे तथा उनके सहयोगी शामिल हैं।

मई में इजरायल द्वारा गाजा पट्टी पर कब्जा करने के बाद इस क्षेत्र के एकमात्र यात्रा मार्ग को बंद कर दिया गया था और तब से पहली बार इस तरह चिकित्सा आधार पर निकासी की अनुमति दी गई है। इजराइल और हमास के बीच पिछले नौ महीने से जारी इस युद्ध ने गाजा के स्वास्थ्य क्षेत्र को पूरी तरह से तबाह कर दिया है, जिसके चलते इसके अधिकांश अस्पतालों को बंद करने पर मजबूर होना पड़ा।

स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि हजारों लोगों को विदेश में चिकित्सा उपचार की आवश्यकता है, इनमें सैकड़ों ऐसे लोग हैं जिन्हें तत्काल इलाज की जरूरत है। गाजा के खान यूनिस शहर में नासिर अस्पताल में बच्चों के परिवार के सदस्यों ने उन्हें नम आंखों से विदा किया। कई रिश्तेदार बहुत दुखी दिखे। अपनी छोटी सी बेटी को चूमकर विदा करते समय नूर अबू जहरी की आंखों में आंसू आ गए। बच्ची इजराइल के एक हवाई हमले में जल गई थी।

फलस्तीनी नागरिक मामलों के लिए जिम्मेदार इजरायली सैन्य निकाय ने बृहस्पतिवार को कहा कि निकासी अमेरिका, मिस्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अधिकारियों के समन्वय से की गई थी। फलस्तीनी नागरिक मामलों के लिए जिम्मेदार इजरायली सैन्य निकाय को ‘सीओजीएटी’ के नाम से जाना जाता है। बच्चों और उनके साथ वाले लोगों ने केरेम शालोम कार्गो क्रॉसिंग के रास्ते गाजा छोड़ दिया।

गाजा और मिस्र के बीच लोगों के आने-जाने के लिए एकमात्र उपलब्ध मार्ग रफह क्रॉसिंग को पिछले महीने की शुरुआत में इजराइली सेना द्वारा कब्जा कर लिए जाने के बाद से ही बंद कर दिया गया था। मिस्र ने क्रॉसिंग के अपने हिस्से को तब तक फिर से खोलने से इनकार कर दिया है जब तक कि गाजा वाला हिस्सा फलस्तीन के नियंत्रण में वापस नहीं आ जाता।

इस हफ्ते की शुरूआत में गाजा सिटी के अल-अहली अस्पताल से छह बच्चों को नासिर अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था। इनमें से पांच बच्चों को कैंसर हैं और एक बच्चे को मेटाबोलिक सिंड्रोम है। यह निकासी विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा आयोजित की गई थी।

नासिर अस्पताल में एक संवाददाता सम्मेलन में डॉ. मोहम्मद जक़ौत ने कहा कि गाजा में 25,000 से अधिक मरीजों को विदेश में उपचार की आवश्यकता है, जिनमें कैंसर से पीड़ित 980 बच्चे भी शामिल हैं। इनमें से एक चौथाई मरीजों को तत्काल निकासी की आवश्यकता है।

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