नई दिल्ली : आषाढ़ गुप्त नवरात्र का पर्व बहुत शुभ माना जाता है। यह देवी दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा के लिए समर्पित है। इस साल इसकी शुरुआत 6 जुलाई 2024 को होगी। ऐसी मान्यता है कि यह समय तंत्र-मंत्र सीखने के लिए बहुत विशेष माना जाता है, जो साधक इस दौरान सच्चे भाव के साथ मां दुर्गा के इन स्वरूपों की पूजा करते हैं उन्हें सुख और शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इन बातों को न करें अनदेखा
आषाढ़ गुप्त नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के रौद्र रूपों यानी 10 महाविद्याओं की पूजा होती है।
इस दौरान साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए।
इस दौरान तामसिक चीजों से परहेज बहुत जरूरी होता है।
कहा जाता है इस दौरान घर में देवी के रौद्र स्वरूपों की स्थापना नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह तंत्र विद्या के लिए महत्वपूर्ण है।
माना जाता है इस दौरान तंत्र-मंत्र का अधिकार सिर्फ तांत्रिकों को होता है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के दौरान गृहस्थियों को सिर्फ हवन और सात्विक पूजा का पालन करना चाहिए।
इस दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ कर सकते हैं।
इस मौके पर जवार नहीं बोए जाते हैं।
आषाढ़ गुप्त नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नामों का जाप बेहद शुभ माना जाता है।