नई दिल्ली : भारत ने बृहस्पतिवार को कनाडा से कहा कि वह अपनी जमीन से गतिविधियों को अंजाम दे रहे भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करे। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि वह कनाडा से भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की उम्मीद करता है। उन्होंने कनाडा पर दोहरे मानदंड अपनाने का भी आरोप लगाया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल की यह टिप्पणी उन खबरों के बारे में पूछे जाने पर आई जिनमें कहा गया था कि कनाडा ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को जान से मारने की धमकी सोशल मीडिया पर देने के मामले में दो लोगों पर आरोप लगाया है, लेकिन भारतीय नेताओं और राजनयिकों को धमकी देने वालों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई नहीं की गई है।
जायसवाल ने कहा, ‘‘हमने ये खबरें देखी हैं। जब कोई लोकतंत्र कानून के शासन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लागू करने के लिए अलग-अलग पैमाना अपनाता है, तो इससे उसका अपना दोहरा मापदंड ही सामने आता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा उन भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करेगा जिन्होंने बार-बार भारतीय नेताओं, संस्थाओं, एयरलाइन और राजनयिकों को धमकी दी है।’’ जायसवाल ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि हमारे खिलाफ दी जाने वाली धमकियों पर भी उसी स्तर की कड़ी कार्रवाई हो।’’
6 जून को अल्बर्टा के कैलगरी निवासी 23 वर्षीय मेसन जॉन बेकर पर धमकी देने का आरोप लगाया गया था। विज्ञप्ति में कहा गया है कि 10 मई, 2024 को INSET को सूचना मिली थी कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के एक यूजर ने कथित तौर पर ट्रूडो को जान से मारने की धमकी दी थी। 13 जून को, एडमोंटन निवासी 67 वर्षीय गैरी बेलजेविक को ट्रूडो के खिलाफ इसी तरह की धमकियां देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। YouTube पोस्ट में कथित धमकियां, जिसके बारे में INSET को 7 जून को पता चला, वे सिर्फ ट्रूडो के लिए ही नहीं बल्कि उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड और न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह के लिए भी थीं। भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने बुधवार को कहा कि खालिस्तानी चरमपंथी कनाडा को प्रदूषित कर रहे हैं।