तेहरान: हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत के बाद मध्य पूर्व एक बड़ी जंग के मुहाने पर खड़ा हो गया है। हानिया को ईरान (Iran) की राजधानी तेहरान में निशाना बनाया गया, जहां वे नए ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए गए थे। राजधानी में घुसकर किए गए इस हमले ने ईरान के लिए शर्मिंदगी की स्थिति पैदा कर दी है। इस हमले के बाद ईरान भड़का हुआ है और इजरायल को सख्त सजा देने की बात कही है। इस बीच विश्लेषकों ने एक बड़े खतरे की ओर इशारा किया है। आशंका जताई जा रही है कि इस हमले के बाद ईरान परमाणु बम की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा सकता है।
ईरान का परमाणु कार्यक्रम को लंबे समय से पश्चिमी देशों के निशाने पर है। हालांकि, ईरान इसे शांतिपूर्ण उद्येश्यों के लिए बताता है। तेहरान में हुए ताजा घटनाक्रम ने एक बार फिर विश्लेषकों की चिंता बढ़ा दी है। ईरान ने इजरायल को बदला लेने की धमकी दी है, लेकिन वह इसी साल अप्रैल में ऐसा करके देख चुका है। सारिया में ईरानी कॉन्सुलेट पर हमले के बाद ईरान ने सैकड़ों मिसाइल और ड्रोन इजरायल के ऊपर भेजे थे, लेकिन इजरायल ने इन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया। इसके बाद इजरायल ने ईरान के अंदर मिसाइल से हमला करके अपनी ताकत दिखाई थी।
अब तीन महीने के बाद भी इजरायल ने सीधे राजधानी तेहरान में लक्ष्य को सफलतापूर्वक निशाना बनाकर साफ कर दिया है कि ईरान का कोई भी क्षेत्र उसकी पहुंच के बाहर नहीं है। इसने ईरान की प्रतिष्ठा को काफी धक्का पहुंचाया है। वरिष्ठ पत्रकार और आईएसआईएस खिलाफत के लेखक स्टैनली जॉनी इस घटनाक्रम में ईरान के परमाणु हथियार की तरफ बढ़ने की संभावना देखते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘मुझे भविष्यवाणियों से नफरत है क्योंकि हम नहीं जानते कि आगे क्या होने वाला है। लेकिन वर्तमान को देखते हुए तेहरान के शासकों के लिए ईरान को परमाणु शक्ति संपन्न बनाने के लिए ठोस प्रोत्साहन हैं। मुझे लगता है कि वे ईरान को परमाणु संपन्न देश बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे, जितनी जल्दी हो सके।’
अमेरिका विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बीती 19 जुलाई को एस्पेन सिक्योरिटी फोरम में बोलते हुए कहा था कि परमाणु हथियार के लिए ईरान का ब्रेकआउट समय अब शायद एक या दो सप्ताह है। ब्रेकआउट समय उसे कहा जाता है, जिसमें परमाणु हथियार के लिए पर्याप्त ग्रेड सामग्री को तैयार किया जा सकता है। यह आंकलन तब आया है जब ईरान ने हाल के महीनों में अपनी विखंडनीय सामग्री के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं। ब्लिंकन ने कहा, ‘उन्होंने अभी कोई हथियार नहीं बनाया है, लेकिन यह निश्चित रूप से ऐसी चीज है जिस पर हम बहुत सावधानी से नज़र रखते हैं।’