Mumbai : सनातन धर्म में शनिदेव को न्याय के देवता और कर्म फलदाता के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के मुताबिक फल देते हैं. अच्छे कर्म करने वालों को शुभ और बुरे कर्म करने वालों को अशुभ फल देते हैं. कहते हैं कि शनि देव की दृष्टि जिन लोगों पर पड़ती है, वे उन्हें मालामाल कर देते हैं.
वहीं शनि देव की अशुभ छाया व्यक्ति को बर्बाद कर देती है. राजा को भी रंक बना देती है. शास्त्रों में शनि के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए कुछ उपायों के बारे में बताया गया है, जिससे व्यक्ति के ऊपर शनि का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता.
अक्सर लोग घर की साफ-सफाई का तो खास ध्यान रखते हैं. लेकिन बाथरूम की सफाई पर ध्यान नहीं देते. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन घरों के बाथरूम में गंदगी पड़ी होती है, वहां शनि देव नाराज हो जाते हैं. ऐसे में शनि देव की अशुभ प्रभावों से बचने के लिए बाथरूम की साफ सफाई का खास ध्यान रखें.
अगर आप रात में खाना खाने के बाद किचन में झूठे बर्तन छोड़ देते हैं, तो इससे भी शनि देव नाराज हो जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार झूठे बर्तन रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. इसके साथ ही शनिदेव की अशुभ छाया भी बनी रहती है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कई लोगों बैठे-बैठे पैर हिलाने की आदत होती है. ज्योतिष शास्त्र में पैरों को लगातार हिलाना अशुभ माना गया है. इस बुरी आदत से ही शनि देव नाराज हो जाते हैं. कई बार लोग चलते समय आवाज करते हैं. चलते समय लगातार पैरों को जमीन पर घसीटते हुए चलते हैं, इस आदत को बुरा माना जाता है. इससे शनि देव की अशुभ छाया पड़ती है, जिससे व्यक्ति को कई कामों में असफलताओं का सामना करना पड़ता है. व्यक्ति को आर्थिक तंगी का शिकार होना पड़ता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो लोग अपने से बड़ों का आदर नहीं करते हैं, उन लोगों को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे लोग शनि देव के गुस्से का शिकार होते हैं. शनि की अशुभ छाया से जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.