नई दिल्ली। प्रदेश भाजपा (BJP) ने दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री (CM) अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का इस्तीफा (resign) मांगा है। कहा है कि अदालत ने भी उनकी गिरफ्तारी को कानूनी रूप से सही बताया है। लिहाजा उन्हें पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है। उच्च न्यायालय (high Court) ने जो निर्णय दिया है, उससे साफ है कि शराब नीति घोटाले में केजरीवाल की मुख्य भूमिका है और वही इस पूरे मामले के सूत्रधार हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा व सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय का जो फैसला आया है, उसमें कोई हैरानी की बात नहीं है। उनका सवाल है कि क्या इस फैसले के बाद भी अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे। दिल्ली में पूरी तरह से प्रशासन व विकास कार्य ठप पड़े हैं। राजेंद्र नगर की घटना इसका ज्वलंत उदाहरण है।
अधिकारी घूस लेते पकड़ा जाए तो मंत्री पल्ला झाड़ लेते हैं। बांसुरी स्वराज ने कहा कि अदालत ने स्पष्ट कर दिया है कि शराब घोटाले में मुख्यमंत्री की व्यक्तिगत भूमिका रही है। 90 से 100 करोड़ आप की सियासी गतिविधियों पर खर्च हुए हैं। अरविंद केजरीवाल की जेल से सरकार चलाने की जो जिद चल रही है, इसके कारण दिल्ली में जीरो गवर्नेंस है।