विदेश मंत्री जयशंकर ने सर्वदलीय बैठक में दी बांग्लादेश के हालात पर जानकारी, बोले- सरकार की है पैनी नजर
नई दिल्ली : बांग्लादेश में अशांति के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय एस जयशंकर ने स्थिति के बारे में विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों को जानकारी दी है। बता दें कि बांग्लादेश के ताजा हालात को देखते हुए पूर्व पीएम शेख हसीना अपना देश छोड़कर भारत पहुंची हैं और इसके बाद वह लंदन जाएंगी।
पड़ोसी देश बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद मोदी सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक की अध्यक्षता पीएम मोदी ने की थी। बैठक में बीजेपी के अलावा कांग्रेस, टीएनमसी, जेडीयू, एसपी, डीएमके, आरजेडी के नेता भी मौजूद थे। बैठक में भारत सरकार का रुख स्पष्ट करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी नेताओं को बताया कि स्थिति को देखते हुए हमारी उसपर नजर है, हमने शेख हसीना पर कोई फैसला नहीं लिया है। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि बांग्लादेश में 12-13 हजार भारतीय मौजूद हैं।
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि बांग्लादेश में 12-13 हजार भारतीय मौजूद हैं। उन्होंने बैठक में आगे बताया कि बांग्लादेश में फंसे भारतीय छात्रों को अभी एयरलिफ्ट करने की जरूरत नहीं है। शेख हसीना पर जयशंकर ने कहा कि वह भारत में रहेंगी या किसी दूसरे देश में शरण लेंगी, इसपर अभी फैसला नहीं हुआ है। विदेश मंत्री ने आगे बताया कि उन्होंने शेख हसीना से बात की है, उन्होंने अपने भविष्य की योजनाओं पर कुछ नहीं कहा है।
सरकार की सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, डीएमके के टीआर बालू, जेडीयू के लल्लन सिंह, एसपी के राम गोपाल यादव, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय, राजद की मीसा भारती, एसएस (UBT) के अरविंद सावंत, बीजेडी के सस्मित पात्रा, एनसीपी (SP) की सुप्रिया सुले, टीडीपी के राम मोहन नायडू भी सर्वदलीय बैठक में मौजूद रहे।
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, सोमवार को देश भर में पुलिस गोलीबारी, भीड़ की पिटाई और आगजनी के दौरान अशांति के दौरान बांग्लादेश में कम से कम 135 लोग मारे गए। देश ने सोमवार को घोषणा की कि प्रदर्शनकारियों और अवामी लीग के सदस्यों के बीच झड़पों में पुलिस गोलीबारी में कम से कम 96 लोगों की मौत हो गई।
सोमवार को राजधानी के बाहरी इलाके सावर और धामराई में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई, जिसमें कम से कम 18 लोग मारे गए। प्रोथोम आलो ने ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सूत्रों के हवाले से बताया कि गोली लगने सहित कई तरह की चोटों के साथ 500 लोगों को अस्पताल लाया गया। उनमें से 70 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने की खबरें आने के बाद लोग जश्न मनाने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।