नई दिल्ली। ब्रिटिश शासनकाल में देश को आजाद कराने के लिए महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की शुरूआत ‘अगस्त क्रांति दिवस’ की वर्षगांठ पर लोकसभा ने सभी अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को सदन की कार्यवाही के दौरान स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज के दिन ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भारत को आजाद कराने के लिए पूरे देश को एकजुट होने का आह्वान किया था और देशवासियों को ‘करो या मरो’ का मंत्र दिया था। भारत छोड़ो आंदोलन हमारे स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में सबसे निर्णायक चरणों में से एक था। इस आंदोलन में देश का प्रत्येक व्यक्ति, युवा, महिलाएं तथा हर वर्ग के लोगों ने एकजुट होकर भागीदारी की थी, अन्याय और अत्याचार की शक्तियों के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके के विरोध की शक्ति को रेखांकित किया।
बिरला ने आगे कहा कि इस अवसर पर हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और हमारे स्वतंत्रता संग्राम के सभी अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। जिन आदर्शों और मूल्यों के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना स्वतंत्र सर्वोच्च बलिदान दिया था, हम उन आदर्शों के प्रति स्वयं को पुनः समर्पित करने का संकल्प लेते हैं।
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ने पूर्व सांसदों – इकबाल अहमद सरदगी, स्क्वाड्रन लीडर कमल चौधरी और रमेश राठौड़ के निधन की जानकारी देते हुए सदन की तरफ से उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और श्रद्धांजलि अर्पित की। लोकसभा के सभी सांसदों ने खड़े होकर मौन रहकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, स्वतंत्रता संग्राम के सभी अमर शहीदों और दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि दी।