नई दिल्ली : भारत के इतिहास में आज का दिन स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। आज ही के दिन भारत में निर्मित पहले विमान हिंदुस्तान ट्रेनर 2 ने उड़ान भरी थी। भारत की आजादी को महज चार साल ही बीते थे। बंटवारे का दंश और गरीबी से जूझ रहे भारत में सरकार के सामने काफी चुनौतियां थी। इन सबके बावजूद भारत ने अपने ऊंचे सपने और बुलंद हौसलों को डगमगाने नहीं दिया।
साल 1951 था, जब हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने वो कारनामा कर दिखाया, जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता था। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा पहला स्वदेश निर्मित विमान हिंदुस्तान ट्रेनर-2 तैयार किया गया। इस विमान को डॉ. वीएम घाटगे के नेतृत्व में कंपनी द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया। इस विमान को एचटी-2 ट्रेनर विमान नाम दिया गया।
एचटी-2 दो-सीट वाला ट्रेनर विमान है। 73 साल पहले आज ही के दिन पहले स्वदेश निर्मित विमान हिंदुस्तान ट्रेनर-2 ने आम जनता के सामने उड़ान भरी। बताया जाता है कि इस विमान को पहले ही उड़ाकर इसकी टेस्टिंग कर ली गई थी, लेकिन आधिकारिक रूप से इसे 13 अगस्त को देश के सामने लाया गया।
हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड ने हिंदुस्तान ट्रेनर 2 की सफलता के बाद 150 से अधिक ट्रेनर विमानों का निर्माण किया। इन विमानों को इस्तेमाल भारतीय वायु सेना और अन्य कामों के लिए किया गया। यही नहीं, स्वदेशी विमान हिंदुस्तान ट्रेनर 2 घाना को भी दिया गया था। घाना वायु सेना ने 1959 से 1974 के बीच इसका इस्तेमाल किया।
बता दें कि इस विमान की लंबाई 7.53 मीटर (24 फीट 8 इंच) थी। वजन 1,016 किलोग्राम था और अधिकतम गति 210 किमी/घंटा थी। सैन्य उपयोग के अलावा इस विमान का इस्तेमाल भारतीय फ्लाइंग स्कूलों में भी किया गया था।
साल 1953 में एचटी-2 दो-सीट वाले इस विमान का भारतीय वायु सेना और नौसेना के लिए उत्पादन शुरू हुआ। हालांकि, 39 साल तक सेवा देने के बाद स्वदेशी विमान हिंदुस्तान ट्रेनर-2 को रिटायर कर दिया गया।