नई दिल्ली : रूस में शोधकर्ताओं ने मॉस्को से करीब 300 मील दूर दक्षिण में अनोखी खोज की है. यहां खुदाई के दौरान 40,000 साल पुराने दैत्याकार जानवर के अवशेषों से बना एक हड्डियों के महल मिला है. इसे 60 से अधिक विशालकाय जानवरों की हड्डियों से बनाया गया है. ऐसा क्यों किया गया, वैज्ञानिक इसकी जांच कर रहे हैं. इससे पहले 1960 और 70 के दशक में भी ऐसे छोटे अवशेष पाए गए थे, लेकिन वे इतने बड़े नहीं थे.
रिपोर्ट के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पाया कि यह संरचना करीब 30 फुट की है, जो विशालकाय हड्डियों से बनी है, जिनका इतिहास हिमयुग से जुड़ा है. अध्ययन से पता चला है कि ये विशालकाय हड्डियां 40,000 वर्ष पुरानी हैं. इस पुरातत्व स्थल को अब तक मिले सबसे पुराने और सबसे बड़े मैमथ हाउस के रूप में माना गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, जली हुई लकड़ी के अवशेष भी चमत्कारिक रूप से पाए गए, जिससे पता चलता है कि हिमयुग के मानवों ने विशाल महल के भीतर लकड़ियों की आग जलाई होगी. इस संरचना की दीवारें कथित तौर पर 51 विशालकाय जबड़ों और 64 विशालकाय खोपड़ियों से बनाई गई थीं.
माना जा रहा है कि वर्षों से जमा हुए तलछट के कारण ये इतने लंबे समय तक छिपे रहे, इसलिए वे सतह स्तर से एक फुट नीचे खड़े हैं. रिसर्च के हेड प्रमुख पुरातत्वविद् डॉक्टर और एक्सेटर विश्वविद्यालय के अलेक्जेंडर प्रायर ने बताया है कि कोस्टेंकी 11 इस कठोर वातावरण में रहने वाले पुरापाषाणकालीन शिकारी संग्रहकर्ताओं का एक दुर्लभ उदाहरण प्रस्तुत करता है.