कोलकाता: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर ही रेप और हत्या के बाद सियासत भी उफान पर है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कल यानी 17 अगस्त को एक रैली करेंगी। अपने राज्य में हुई घटना के खिलाफ एक मुख्यमंत्री के द्वारा रैली निकालने की घटना हैरान करने वाली होती है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने हालांकि इसकी जरूरत के बारे में चर्चा की है। टीएमसी सांसद के मुताबिक, सीएम केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से मामले की जांच में तेजी लाने की मांग करेंगी।
टीएमसी सांसद ने अपने एक्स पर लिखा, ”कोलकाता में हुई एक युवती की हत्या और बलात्कार से अधिक क्रूर जघन्य अपराध की कल्पना करना कठिन है।” डेरेक ओ ब्रायन ने आगे कहा कि मामले को अपने हाथ में लेने वाली केंद्रीय जांच एजेंसी को जांच पर दैनिक अपडेट देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सीबीआई को शनिवार तक जांच पूरी करने के लिए कोलकाता पुलिस को मुख्यमंत्री द्वारा दी गई समय सीमा का पालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा, “कोलकाता पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। न्याय तभी होगा जब सीबीआई सभी शामिल लोगों को पकड़ लेगी और मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में भेज देगी।”राज्यसभा सांसद ने कहा, “सीबीआई द्वारा मामले को अपने हाथ में लेने से इसे चुपचाप दबा नहीं दिया जाना चाहिए। समय की मांग है कि त्वरित न्याय हो और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। इस बर्बर कृत्य को अंजाम देने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाना चाहिए।”
टीएमसी नेता के अनुसार, कोलकाता पुलिस ने राष्ट्रव्यापी ‘रिक्लेम द नाइट’ विरोध प्रदर्शन के दौरान अस्पताल में तोड़फोड़ करने के आरोप में 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा, “अस्पताल पर हमला करने और तोड़फोड़ करने वालों पर भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए।”मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को विपक्षी दलों (माकपा-भाजपा) पर यहां आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में तोड़फोड़ में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “ कुछ राजनीतिक दल माकपा और भाजपा इस हमले के पीछे हैं और उन्होंने राज्य को बदनाम करने व अशांति पैदा करने के लिए तोड़फोड़ की है। मैं छात्रों और आंदोलनकारी डॉक्टरों को दोष नहीं देती।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ के पीछे बाहरी लोग हैं। ममता ने कहा कि वह मृतक महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करने के लिए शुक्रवार शाम को सड़क पर उतरेंगी।
पुलिस के अनुसार बुधवार देर रात 40 से 50 लोगों के एक समूह ने प्रदर्शन की आड़ में अस्पताल परिसर में घुसकर संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।