नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में आतंक के मामले बढ़ते जा रहे हैं, पिछले 78 दिन में घाटी में 11 हमले हुए हैं, जिसके बाद सुरक्षाबल तैनात है और हर हलचल पर नजर रखे हुए हैं. इसी के चलते आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए ‘SPECIAL 19’ की टीम तैनात की गई है जो आतंकवादियों के लिए काल बनेगी. जम्मू के 8 आतंक प्रभावित जिलों में काउंटर टेरर यूनिटें स्थापित की गई हैं. प्रत्येक पुलिस उपाधीक्षक की अध्यक्षता वाली इन स्पेशल टीमों को रणनीतिक रूप से आठ जिलों में तैनात किया गया है, जिन जिलों में ये टीम तैनात की गई हैं, उनमें उधमपुर, कठुआ, रियासी, डोडा, किश्तवाड़, रामबन, राजौरी और पुंछ शामिल हैं.
इन क्षेत्रों में कुछ सबसे संवेदनशील स्थान शामिल हैं, जैसे कि पीर पंजाल और चिनाब पर्वत श्रृंखलाएं, जहां इन दिनों सबसे ज्यादा आतंकवादी घटनाएं दर्ज की गई. इन नई इकाइयों द्वारा कवर किए गए विशिष्ट क्षेत्र हैं: उधमपुर जिला: लाटी, पंचारी, कठुआ जिला: मल्हार, बानी, रियासी जिला: पौनी/रांसू, माहौर/चस्साना, गुलाबगढ़, पासाना, डोडा जिला: डेसा/कास्तीगढ़, अस्सर किश्तवाड़ जिला: दच्छन, द्रबशल्ला, रामबन जिला: रामसू, चंद्रकोट/बटोटे, संगलदान/धरमकुंड, राजौरी जिला: कालाकोट, पुंछ जिला: बफलियाज/बेहरामगल्ला, मंडी/लोरन और गुरसाई शामिल हैं.
ये टीम अन्य सुरक्षा बलों के साथ समन्वय में काम करेंगी, मुख्य रूप से आतंकवाद को रोकने के लिए काम करेंगी और आतंकवादियों के लिए काल बनेंगी. साथ ही अपने संबंधित अधिकार क्षेत्र में नियमित अपराध से भी निपटेंगी. इन टीमों की स्थापना आतंकवाद की ताजा लहर से निपटने और क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई है.
जम्मू-कश्मीर में लगातार बढ़ रहे नापाक हमलों के चलते 14 अगस्त को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में बैठक बुलाई और इन हमलों को रोकने के लिए बातचीत की. इसी दौरान डोडा में सुरक्षा बल और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी रही जिसमें 1 जवान शहीद हो गया. हालांकि, जहां देश की रक्षा करने के लिए जवान अपने प्राण की बली दे रहे हैं वहीं आतंकवादियों की नापाक कोशिशों को लगातार नाकाम कर रहे हैं और पूरे हौसले से उन से लोहा ले रहे हैं.