रांची। लगभग सात घंटे तक पार्टी के मंडल अध्यक्षों के साथ बैठक करने के बाद असम के मुख्यमंत्री व झारखंड विधानसभा चुनाव के सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि झारखंड में कुल 515 मंडल है। सभी मंडल अध्यक्षों के साथ दो ग्रुपों में बैठक हुई। वहीं, झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रभारी शिवराज सिंह चौहान भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ जुड़े।
उन्होंने कहा, “मैं और झारखंड के प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी जी ने सभी को संबोधित किया। पार्टी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और नेता विधायक दल अमर बावरी ने सभी का मार्गदर्शन किया। बैठक का उद्देश्य था कि आने वाले 25 तारीख को जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात का कार्यक्रम होगा, उसी दिन पूरे प्रदेश के 29,000 बूथों पर ही मन की बात को सुनने का काम करेंगे।”
उन्होंने कहा, “जितने भी प्रदेश के बड़े नेता, मंत्री, विधायक या और अन्य लोग हैं। सभी अपने-अपने बूथ में मन की बात में भाग लेंगे। हमारा संगठन आगामी दिनों में इस पर विस्तारपूर्वक चर्चा करेगा। इलेक्शन कमीशन ने बताया है कि दीपावली के बाद झारखंड में चुनाव होगा, तो हम लोग अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।” सीएम हिमंता से जब पूछा गया कि मंडल अध्यक्षों को क्या गुरु मंत्र दिया गया, तो उन्होंने कहा, “गुरु मंत्र इतना ही है कि झारखंड को घुसपैठियों से बचाना है। वादाखिलाफी वाली सरकार को हटाना है। हमें झारखंड की जनता का विकास करना है। झारखंड को एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में आगे ले जाना है। यही सोच करके आप लोग संगठन का काम करिए कोई भी उम्मीदवार के बारे में मत सोचिए, केवल भाजपा और कमल के बारे में सोचिए।”
भाजपा के गुटों में बंटे होने को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वो बात भी हमने जानने की कोशिश की कि क्या हम लोग बंटे हुए हैं। क्या हमने बूथ में काम ठीक से नहीं किया था। मेरा मानना है कि झारखंड में जो हमारा थोड़ा बहुत वोट कम हुआ है, वह घुसपैठियों की संख्या बढ़ने के कारण हुआ है।