नई दिल्ली: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार आने में अब सिर्फ कुछ ही समय रह गया है। इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। हर साल की तरह इस साल भी जन्माष्टमी भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाएगी। जैसा कि ‘कृष्ण जन्माष्टमी’ (Shri Krishna Janmashtami) हिंदुओं का एक लोकप्रिय त्योहार है। न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी कान्हा के अनुयायी जोर-शोर से जन्मोत्सव मनाते हैं।
मोर पंख का होता हैं महत्व
प्राप्त जानकारी के अनुसार, भगवान कृष्ण की पूजा में बांसुरी और मोर पंख का बड़ा महत्व है। ये दोनों चीजें भगवान कृष्ण के स्वरूप को पूरा करती हैं और इनके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। और, इस अवसर पर किए गए कुछ खास उपाय आपके जीवन में सुख-समृद्धि और शांति ला सकते हैं।
तिजोरी में रखें मोर पंख
ज्योतिष- शास्त्र के अनुसार, अगर आप जन्माष्टमी के दिन मोर पंख को लाल कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी या जहां भी आप धन रखते हैं, वहां रख देते हैं, तो ऐसा करने से कई लाभ आपको प्राप्त हो सकते हैं। यह उपाय आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है और आपके घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
घर का वास्तु-दोष इस उपाय से होगा दूर
वास्तु-शास्त्र के अनुसार यदि आपके घर में किसी तरह का दोष लगा हुआ है तो जन्माष्टमी के दिन अपने घर मोर पंख जरूर लेकर आएं। भगवान कृष्ण की पूजा के साथ मोर पंख की पूजा करें और इस मोर पंख को पूर्व दिशा में लगा दें। इस उपाय से आपके घर में लगा वास्तु दोष दूर हो जाएगा।
खत्म होंगे पति -पत्नी के झगड़े
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, यदि पति-पत्नी के बीच हमेशा तनाव बना रहता है और बिना कारण झगड़े होते हैं तो जन्माष्टमी के दिन बेडरूम में मोर पंख लेकर पूर्व या उत्तर दिशा की दीवार पर लगा दें। इस उपाय से दांपत्य जीवन में आ रही अनेक तरह की समस्याएं दूर होंगी, रिश्तों में मधुरता घुल जाएगी।
मोरपंख से करें श्रीकृष्ण का श्रृंगार
जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप का मोर पंख से आपको श्रृंगार करना चाहिए। इस उपाय से घर में शुभता आती है और घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है।
दूर होगा राहु-केतु का नकारात्मक असर
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी जातक की कुंडली में राहु केतु का नकारात्मक प्रभाव है, तो जन्माष्टमी के दिन मोर पंख को बेडरूम में पश्चिम दिशा की दीवार पर लगाएं इस उपाय से इन पापी ग्रहों के दुष्प्रभाव से राहत मिलेगी। नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी और आपको लाभ मिलेगा।
मोरपंख को शुभता, पवित्रता और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। मान्यता है कि मोर पंख के प्रयोग से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है, साथ ही कई ग्रह दोषों से भी आपको मुक्ति मिलती है। इसलिए जन्माष्टमी के दिन मोर पंख से जुड़े कुछ उपाय आपको अवश्य करने चाहिए।
इसके अलावा, जन्माष्टमी के दिन मोर पंख को गंगा जल से पवित्र करके ही इससे जुड़ा प्रयोग करें।
मोरपंख को गलती से भी अपवित्र स्थान पर न रखें, इसके कारण जीवन में नकारात्मकता आ सकती है।