हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने सिख समुदाय के नेताओं को भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार कानूनी सलाह लेने के बाद राज्य में कंगना रनौत अभिनीत फिल्म ‘इमरजेंसी’ के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करेगी।
यह फिल्म 1975 में सामने आई सच्ची घटनाओं पर आधारित है। यह भारतीय इतिहास की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक इंदिरा गांधी के नेतृत्व में हुई घटना पर आधारित है।हाल ही में SGPC यानी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने भी फिल्म प्रोड्यूसर को इस बाबत लीगल नोटिस भी भेजा था। इस बाबत रेड्डी सरकार के सलाहकार मोहम्मद अली शब्बीर ने यह जानकारी दी। भारतीय पुलिस सेवा (IPS) की पूर्व अधिकारी तेजदीप कौर मेनन के नेतृत्व में तेलंगाना सिख सोसाइटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने यहां सचिवालय में शब्बीर से मुलाकात कर ‘इमरजेंसी’ के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया।
शब्बीर ने बीते गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति में बताया कि 18 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने फिल्म में सिख समुदाय के चित्रण पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। विज्ञप्ति के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि ‘इमरजेंसी’ में सिखों को आतंकवादी और राष्ट्र-विरोधी तत्व के रूप में दर्शाया गया है, जो ”अपमानजनक” और समुदाय की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला है। शब्बीर ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वह तेलंगाना में ‘इमरजेंसी’ के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करें। शब्बीर ने रेड्डी से मुलाकात के बाद बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कानूनी सलाह लेने के बाद इस मुद्दे पर फैसला किया जाएगा।
जानकारी दें कि शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) से अपील की है कि कंगना रनौत अभिनीत फिल्म ‘इमरजेंसी’ के रिलीज पर रोक लगाई जाए क्योंकि यह सांप्रदायिक तनाव भड़का सकती है। BJP सांसद और अभिनेत्री रनौत ने फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है। इस फिल्म में अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, विशाक नायर, महिमा चौधरी, मिलिंद सोमन और सतीश कौशिक भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म आगामी 6 सितंबर को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।