आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा (UP Assembly Election) के लिए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव खूब जोर लगा रहे हैं. इधर कार्यकर्ता पार्टी की फजीहत करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. मंगलवार को मुरादाबाद (Moradabad) में एक गैंग रेप पीड़िता को श्रद्धांजलि देने पहुंचे कार्यकर्ता हाथ में पूर्व सांसद फूलन देवी (Former MP Phoolan Devi) की फोटो लेकर मार्च कर रहे थे.
दरअसल मंगलवार को हाथरस के दुष्कर्म कांड (Hathras Gang Rape) के एक साल पूरा होने पर समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता दुष्कर्म पीड़िता को श्रद्धांजलि देने के लिए आंबेडकर पार्क में एकत्रित हुए. यहां जिला अध्यक्ष सहित कई दर्जन कार्यकर्ता हाथ में एक फोटो लेकर श्रधांजलि देने पहुंच गए. कैंडल जलाकर नमन करते वक्त समाजवादी के नेता ये भूल गए कि जिसका फोटो लगाकर स्मृति दिवस मनाया जा रहा है वो हाथरस की बेटी नहीं बल्कि पूर्व सांसद स्वर्गीय फूलनदेवी है, जो समाजवादी पार्टी की सांसद रही थीं.
कार्यकर्ता फोटो लेकर उन्हें हाथरस के चर्चित गैंग रेप कांड की पीड़िता बताने लगे. साथ ही तस्वीर के आगे मोमबत्ती जलाने के बाद तस्वीर हाथ में लेकर दुष्कर्म पीड़िताओं को न्याय दिलाने की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इसी दौरान वहां मौजूद लोगों ने देखा कि फोटो दुष्कर्म पीड़िता नहीं बल्कि पूर्व सांसद फूलन देवी की है.
मीडिया कर्मियों द्वारा फोटो के विषय मे पूछे जाने पर सपा कार्यकर्ताओं ने फजीहत से बचने के लिए फोटो हटाने का प्रयास किया. इस दौरान जब सपा नेताओं से फूलनदेवी के फोटो को लगाने का कारण पूछा गया तो सभी बगले झांकने लगे. समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष (Moradabad SP President) डीपी यादव (DP Yadav) ने कहा कि ये भी एक दलित बेटी थी और इनके साथ भी बुरा हुआ था.
इससे पहले भी ऐसी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता चर्चाओं में आए थे. बीते दिनों पड़ोसी जिले सम्भल में सपा के जिला अध्यक्ष के द्वारा गांधी जी की मूर्ति के सामने रोने का वाक्या सामने आया था जो खासा चर्चाओ में रहा.