पटना: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार को राजधानी पटना समेत विभिन्न क्षेत्रों पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। इस मौके पर मंदिरों में भी पूजा-अर्चना करने वालों का तांता लगा हुआ है। मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करने से जीवन के सारे पाप धूल जाते हैं तथा स्वास्थ्य एवं समृद्धि में वृद्धि होती है। पटना के एनआईटी घाट, कृष्णा घाट, एलसीटी घाट, बांस घाट, दीघा-पाटलिपुल घाट, दीघा घाट, कलेक्ट्रेट घाट तथा कटैया घाट पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। पटना के अलावे राज्य के अन्य क्षेत्रों से आए लोग इन घाटों पर तो गंगा में डुबकी लगा रहे हैं और दान कर रहे है।
पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह और पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने भीड़ को देखते हुए चाक चौबंद व्यवस्था करने का निर्देश पहले ही दे दिया था। जिला प्रशासन की ओर से पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। घाटों पर अतिरिक्त पुलिस बल और दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करने और स्नान दान का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा में स्नान करने के लिए बिहार ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी यहां लोग आते है। हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला क्षेत्र के समीप गंगा-गंडक संगम पर भी लाखों लोग कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर जुटे हुए है। लोग संगम में डुबकी लगाकर मोक्ष की कामना कर रहे हैं। गंगा के अलावा राज्य के अन्य क्षेत्रों में कोसी, गंडक सहित अन्य नदियों के घाटों पर भी लोग स्नान कर स्वास्थ्य एवं समृद्धि की कामना कर रहे हैं।
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर बक्सर और सुल्तानगंज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। मां गंगा नदी में डुबकी लगाने के लिए भारी संख्या में श्रद्घालु ट्रेन से भी पहुंच रहे हैं। इधर, मंदिरों में भी अन्य दिनों की अपेक्षा पूजा-अर्चना करने वालों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। लोग सुबह से ही स्नान कर मंदिरों में पूजा अर्चना कर रहे हैं।