नई दिल्ली: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने वांटेड स्मगलर हाजी सलीम के खिलाफ ऐक्शन तेज कर दिया है। ‘लॉर्ड ऑफ ड्रग्स’ के तौर पर पहचाने जाने वाले तस्कर को ट्रैक किया जा रहा है। साथ ही, उसकी ओर से चलाई जा रही कार्टेल गतिविधियों को खत्म करने के लिए बड़ा अभियान लॉन्च हुआ है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर ‘ऑपरेशन सागर मंथन’ के तहत कदम उठाए जा रहे हैं।
एनसीबी मुख्यालय की संचालन शाखा के अधिकारियों और खुफिया विंग के ऑफिसर्स की टीम बनाकर यह ऑपरेश शुरू किया गया है। इसमें भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक और एटीएस गुजरात पुलिस के अफसर भी शामिल हैं। इसका मकसद अवैध ड्रग्स की समुद्री तस्करी से उत्पन्न राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे का मुकाबला करना है। अधिकारियों ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में मोस्ट वांटेड ड्रग किंगपिनों में से एक हाजी सलीम है। उसका आपराधिक नेटवर्क पाकिस्तान से भारत और उससे आगे कई देशों में फैला हुआ है। इसके जरिए बड़े पैमाने पर ड्रग्स की सप्लाई की जा रही है। भारत और पाकिस्तान के अलावा हाजी सलीम का तस्करी सिंडिकेट मॉरीशस, श्रीलंका और मालदीव जैसे कई देशों में काम करता है। यह सिंडिकेट बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए जिम्मेदार है। अमेरिका, मलेशिया, ईरान, श्रीलंका, मॉरीशस, न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान सहित कई अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां हाजी सलीम की तलाश में हैं। उसे चौतरफा घेरने के प्रयास हो रहे हैं।
दाऊद इब्राहिम से है करीबी संबंध
दुनिया के सबसे बड़े तस्करों में से एक सलीम एशिया, अफ्रीका और पश्चिम में हेरोइन, मेथामफेटामाइन और अन्य अवैध नशीले पदार्थों की बड़ी खेप सप्लाई करता है। सूत्र बताते हैं कि हाजी सलीम के वांछित कुख्यात अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम से करीबी संबंध हैं। सलीम को दाऊद इब्राहिम का पड़ोसी बताया जाता है और एक बार उसे दाऊद के घर में घुसते हुए कैमरे में कैद भी किया गया था।
ड्रग्स की दुनिया में ‘रक्तबीज’ के नाम से मशहूर
हालांकि, NCB ने कई जब्ती और गिरफ्तारियां करने में कामयाबी हासिल की है, लेकिन अब तक हाजी सलीम का साम्राज्य फल-फूल रहा है, जिसकी वजह से उसे ड्रग्स की दुनिया में ‘रक्तबीज’ के नाम से जाना जाता है। हाजी सलीम का काम करने का तरीका ही उसे सबसे अलग बनाता है। वह समुद्र के रास्ते नशीले पदार्थों की तस्करी करता है। उसके शिपमेंट पर पहचान चिह्न के तौर पर 777, 555, 999, उड़ने वाले घोड़े या बिच्छू जैसे चिह्न बने होते हैं।
ड्रग सप्लाई के लिए करता है बेरोजगार युवाओं का इस्तेमाल
उसका माल अक्सर ईरान से आता है और श्रीलंका पहुंचने से पहले अफगानिस्तान और मलेशिया से होकर गुजरता है। फिर इन्हें छोटे जहाजों में भरकर भारतीय तट पर ले जाया जाता है और ज्यादातर रात में समुद्र तट स्थानों पर उतारा जाता है। सलीम के बारे में यह भी कहा जाता है कि वह अपने व्यापार के लिए बलूचिस्तान से बेरोजगार युवाओं की भर्ती करता है और उसके ISI से भी करीबी संबंध हैं।