लंदन। ब्रिटेन (Britain) के प्रधानमंत्री (PM) कीर स्टार्मर (Keir Starmer) ने कहा कि अगले साल भारत (India) के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर वार्ता फिर से शुरू की जाएगी। यह घोषणा उन्होंने ब्राजील (Brazil) में जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद की। स्टार्मर और मोदी की मुलाकात के बाद डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि ब्रिटेन भारत के साथ एक नई रणनीतिक साझेदारी बनाने का प्रयास करेगा। इसमें व्यापार समझौता, सुरक्षा, शिक्षा, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना शामिल है।
स्टार्मर के प्रवक्ता ने कहा, ब्रिटेन भारत के साथ एफटीए पर बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है, जो दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यस्थाओं में से एक है। डाउनिंग स्ट्रीट ने स्टार्मर के हवाले से एक बयान में कहा, भारत के साथ एक नए एफटीए से ब्रिटेन में रोजगार और समृद्धि बढ़ेगी और यह हमारे देश में विकास और अवसर लाने के हमारे मिशन को एक कदम आगे ले जाएगा। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुलाकात को ‘अत्यंत उत्पादक’ बताया और सोशल मीडिया पर लिखा, भारत के लिए ब्रिटेन के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। हम तकनीकी, हरित उर्जा, सुरक्षा, नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए तत्पर हैं। हम व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूत करना चाहते हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने दोनों नेताओं की मुलाकात पर क्या कहा
भारतीय विदेश मंत्रालय (एमईए) ने भी इस बैठक को दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को नया उत्साह देने वाला बताया। मंत्रालय ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजीन में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत-ब्रिटेन रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और एफटीए की जरूरत पर जोर दिया।
स्टार्मर ने जिनपिंग, इशिबा और अल्बनीज से भी मुलाकात की
डाउनिंग स्ट्रीट ने बयान में यह भी कहा कि स्टार्मर के इस दौरे का मकसद दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियों के साथ संबंधों को मजबूत करना और ब्रिटेन के लोगों का निकास करना है। इस दौरे के दौरान उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से भी मुलाकात की।
दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा व्यापार समझौता: ब्रिटेन के व्यापार मंत्री
भारत और ब्रिटेन के बीच एफटीए वार्ता जनवरी 2022 से चल रही थी। लेकिन दोनों देशों में इस साल के आम चुनावों के कारण वार्ताएं स्थगित हो गई थीं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दोनों देशों के बीच द्विपक्षी व्यापार 42 अरब पाउंड के आसपास है और एफटीए से यह आंकड़ा बढ़ सकता है। ब्रिटेन के व्यापार मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने कहा, भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और ब्रिटेन के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है। हम मानते हैं कि यह समझौता दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकता है।