अतुल के पिता ने अपने पोते को लेकर चिंता, कहा- बहु की गिरफ्तारी के बाद आखिर पोता कहां है…मार दिया क्या?

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Atul Subhash Suicide Case: बेंगलुरु में पिछले सप्ताह आत्महत्या करने वाले 34 वर्षीय टेक एक्सपर्ट अतुल सुभाष के मामले में रविवार को पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। उनकी पत्नी, सास और साले को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद अतुल के पिता पवन कुमार मोदी ने अपने पोते को लेकर चिंता जताई है। बहु की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने पूछा कि आखिर उनका चार साल का पोता कहां है। पवन मोदी ने कहा कि परिवार को अपनी चिंता है और उन्होंने पुलिस से सवाल किया कि क्या उनके पोते को मार दिया गया है या वह जीवित है।

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पवन मोदी ने कहा, “हमें नहीं पता कि उसने हमारे पोते को कहां रखा है। क्या उसे मार दिया गया है या वह जीवित है? हम कुछ नहीं जानते। मैं चाहता हूं कि मेरा पोता हमारे पास आ जाए।” उन्होंने पुलिस को धन्यवाद दिया और कहा कि कम से कम उन्हें गिरफ्तार किया गया है। पवन मोदी ने यह भी कहा कि परिवार ने यह निर्णय लिया है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता है वे अतुल की अस्थियों का विसर्जन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, “हमने उसकी अस्थियां लाई हैं। हम धार्मिक हैं, लेकिन जब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा हम उसकी अस्थियां विसर्जित नहीं करेंगे।”

पवन मोदी ने यह आरोप भी लगाया कि जौनपुर परिवार अदालत में अतुल सुभाष के मामले की सुनवाई करने वाली न्यायाधीश भ्रष्ट थीं। उनका कहना था, “उन्होंने मुझसे पैसे मांगे। वह ऐसा व्यक्ति नहीं था जो रिश्वत देता। वह दंड देने के लिए तैयार था, लेकिन रिश्वत नहीं देता था।” अतुल सुभाष के पिता ने अपने पोते के बारे में बात करते हुए भावुक होकर कहा, “मैंने कभी उसे गले नहीं लगाया। बस वीडियो कॉल पर देखा है। एक दादा के लिए उसका पोता बेटे से भी ज्यादा खास होता है।” पवन मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से अपील की कि वे उनके पोते को उनके पास लाने में मदद करें।

अतुल के भाई विकास कुमार ने भी अपने भतीजे की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, “अब सबसे बड़ी चिंता यह है कि मेरे भाई का बेटा कहां है। मैं कर्नाटक पुलिस का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। कुछ गिरफ्तारी बाकी हैं। उम्मीद है वह जल्दी होंगी।” आपको बता दें कि अतुल सुभाष ने अपनी 24 पन्नों की आत्महत्या नोट में लिखा था कि वह अपनी पत्नी निकिता, उसकी मां निशा, भाई अनुराग और चाचा सुशील सिंगानिया से मानसिक उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने यह भी लिखा था कि उनकी पत्नी और ससुराल के लोग उनसे पैसे मांगते थे। उन्हें उनके बेटे से भी मिलने नहीं देते थे।

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