लखनऊ: लखनऊ में निगोहां के रामपुर गढ़ी गांव में गुरुवार देर रात किसान रामू रावत की हत्या उसी के बड़े बेटे ने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर बेरहमी से की थी। उसने रोंगटे खड़े कर देने वाले इस हत्याकांड की साजिश एक महीना पहले रची थी। पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि रामू ने बड़े बेटे को संपत्ति से बेदखल कर दिया था। प्रेमिका के जरिए पिता को ब्लैकमेल करने की कोशिश की। नाकाम रहने पर थप्पड़ जड़े और बोरवेल में धक्का दे दिया। रामू चीखता रहा और ऊपर से बेटा पुआल जलाकर तब तक फेंकता रहा, जब तक चीखें थम नहीं गईं। पुलिस ने बड़े बेटे धर्मेश और प्रेमिका संगीता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) दक्षिणी केशव कुमार ने बताया कि हत्या के बाद पूछताछ में पता चला कि करीब सवा करोड़ रुपये कीमत की संपत्ति (ढाई बीघा खेत) रामू के नाम थी। रामू और उसकी पत्नी के संबंध ठीक नहीं थे। 20 साल पहले उसका पत्नी से अलगाव हो गया था। वह अपने मायके रकीबाबाद, गोसाईंगंज में दोनों बेटों के साथ रहती है। बेटी की शादी रामू ने कर दी थी। एक माह से धर्मेश अचानक पिता के पास आने-जाने लगा था, जबकि रामू ने उसे संपत्ति से बेदखल कर दिया था। इस पर शक की सुई उसकी ओर घूमी।
अंतिम संस्कार के बाद पुलिस ने धर्मेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो वह बहाने बनाता रहा पर आखिर में टूट गया। उसने जो कहानी बताई वह किसी के भी रोंगटे खड़े कर सकती है। उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रामू के सिर में चोट और जलने से मौत की पुष्टि हुई थी।