जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार की आज से मरम्मत शुरू कर सकती है ASI

0 38

नई दिल्ली: जगन्नाथ पुरी मंदिर प्रशासन ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों से पुरी में स्थित 12वीं सदी के मंदिर के संपूर्ण रत्न भंडार की मरम्मत, रखरखाव और संरक्षण कार्य के लिए अनुरोध किया था। मंदिन प्रशासन मरम्मत के लिए ASI को मंजूरी देकर तुरंत शुरू करने का अनुरोध किया था। इस रखरखाव और मरम्मत के काम को आज से शुरू करने की पूरी संभावना जताई जा रही है। इसके लिए एसजेटीए के मुख्य प्रशासक अरबिंद पधी ने कहा था कि मंदिर प्रशासन रत्न भंडार की मरम्मत करने और रखरखाव में ASI की पूरी मदद करेगा।

अरबिंद पधी ने कहा था कि – हमें ASI द्वारा किए गए रत्न भंडार के जीपीआर-जीपीएस सर्वेक्षण की रिपोर्ट मिल गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि एसजेटीए हमेशा से मंदिर की स्थिरता और सुरक्षा को लेकर सतर्क रहा है। इससे पहले ASI ने हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान की मदद से 12वीं सदी के मंदिर के रत्न भंडार का जीपीआर-जीपीएस सर्वेक्षण भी किया था।

मंदिर के प्रशासन ने ASI को सौंपा कार्य
जगन्नाथ पुरी मंदिर प्रशासन ने पुरी में स्थित 12वीं सदी के मंदिर के संपूर्ण रत्न भंडार की मरम्मत, रखरखाव और संरक्षण कार्य के बारे में अरबिंद पधी ने बताया था कि ASI ने सर्वेक्षण पर 45 पन्नों की रिपोर्ट दी थी। इस रिपोर्ट में रत्न भंडार के फर्श और दीवार को नुकसान पहुंचने का संकेत मिला है और तकनीकी रिपोर्ट का हमारी टीम द्वारा और अध्ययन किए जाने की आवश्यकता है।

रत्न भंडार को मूल्यवान सामान की लिस्ट तैयार करने और इसकी संरचना की मरम्मत के लिए 46 साल के बाद इस साल जुलाई में दूबारा से खोला गया था। इससे पहले राज्य सरकार के द्वारा स्वीकृत एसओपी के मुताबिक बाहरी और भीतरी रत्न भंडार से सभी आभूषणों को अस्थायी स्ट्रांग रूम में बदल दिया गया है और खाली अलमारियों और संदूकों को स्थानांतरित कर दिया गया था। बता दें, कि मरम्मत और संरक्षण से पहले नवीनतम तकनीक का प्रयोग करके सर्वेक्षण करने का आग्रह पहले किया गया था।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.