सिरसाः हरियाणा के पांच बार मुख्यमंत्री रहे ओम प्रकाश चौटाला (OP chautala)बीते रोज निधन हो गया। सुबह 8 बजे से उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए सिरसा के गांव तेजाखेड़ा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार शनिवार को सिरसा के गांव तेजा खेड़ा में बने फार्म हाउस में किया जाएगा।
चौधरी ओम प्रकाश चौटाला का पार्थिव शरीर रात करीब 10 बजे तेजा खेड़ा में बने फार्म हाउस पर पहुंचा था। इस दौरान उनके पुत्र अभय चौटाला साथ थे। इस दौरान अजय चौटाला व दुष्यंत-दिग्विजय में कोई साथ नहीं था। पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के बेटे ओपी चौटाला 5 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। 89 साल की उम्र में उनका 19 दिसंबर को गुरुग्राम के अस्पताल में निधन हुआ। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। वे पहले से ही दिल और शुगर समेत कई बीमारियों से ग्रस्त थे।
पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर हरियाणा सरकार ने 3 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। आज 21 दिसंबर की छुट्टी घोषित की गई है। PM नरेंद्र मोदी ने भी चौटाला के साथ पुरानी फोटो शेयर कर शोक व्यक्त किया।
पूर्व उप प्रधानमंत्री के पुत्र हैं ओपी चौटाला
गौरतलब है कि ओम प्रकाश चौटाला पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल चौटाला के पुत्र हैं। देवी लाल चौटाला किसानों के बड़े नेता मान जाते थे। उस समय दिल्ली की सियासत में भी उनका प्रभाव था। राजनीति किस्सों कहानियों से पता चलता है कि उनका नाम प्रधानमंत्री की रेस में सबसे आगे था। लेकिन उन्होंने स्वयं खुद को प्रधानमंत्री न चुनते हुए विश्वनाथ प्रताप सिंह को प्रधानमंत्री पद का सही उम्मीदवार बताया। इसके बाद वीपी सिंह ने प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली।
जीवन पर बनी फिल्म
चौटाला एक ऐसे नेता हैं जिनके जीवन पर मेगास्टार अमिताभ बच्चन के पुत्र अभिषेक बच्चन ने एक फिल्म भी बनाई है। ऐसा कहा जाता है कि किसी ने उनको एकबार अंगूठा टेक बोल दिया था। जिसके बाद चौटाला ने 87 साल की उम्र में उन्होंने 10वीं की परीक्षा पास की।
चौटाला परिवार की दो राजनीतिक पार्टियां
ओपी चौटाला के दो बेटे हैं जिनका नाम अभय चौटाला और अजय चौटाला है। हालांकि अभी दोनों बेटों की अलग-अलग पार्टी है। हरियाणा में ओपी चौटाला के मुख्यमंत्री रहते हुए शिक्षक घोटाला हुआ था। जिसमें चौटाला को कोर्ट ने दोषी ठहराते हुए जेल भेज दिया। इसके बाद इनेलो पार्टी में खींचतान शुरू हो गई। वहीं अजय चौटाला ने अलग राह चुन ली। यहां उदय हुआ चौटाला परिवार की दूसरी राजनीतिक पार्टी की। अजय ने बेटे दुष्यंत और दिग्विजय के साथ जननायक जनता पार्टी की नींव रखी तो वहीं दूसरी तरफ इनेलो पर अभय चौटाला का कब्जा हो गया।