लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक के 42 लॉकर तोड़कर करोड़ों की लुटपाट करने वाले दो बदमाशों के साथ सोमवार देर रात पुलिस मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में सोबिंद कुमार को गोली लगी। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जबकि दूसरा आरोपी मौके से भागने में कामयाब हो गया था। हालांकि इस गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया।
इससे पहले सोमवार को लखनऊ पुलिस ने इंडियन ओवरसीज बैंक की चिनहट शाखा में डकैती के 24 घंटे के अंदर मुठभेड़ के बाद बिहार के एक गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। दूसरी कार में सवार 4 अन्य आरोपी मौके से भागने में सफल रहे। इनमें से सोबिंद कुमार और एक अन्य की देर रात पुलिस से मुठभेड़ हुई, जिसमें सोबिंद कुमार मारा गया। दिन में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अरविंद कुमार, बलराम कुमार और कैलाश बिंद के रूप में हुई है। तीनों अपनी एस्टिलो कार में थे और आउटर रिंग रोड से भागने की कोशिश कर रहे थे।
मुठभेड़ के दौरान बिहार के मुंगेर निवासी अरविंद कुमार पैर में पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने उसके कब्जे से 3 लाख रुपये नकद, कीमती आभूषण और एक अवैध देशी तमंचा बरामद किया है। अब तक पुलिस ने दो अलग-अलग मुठभेड़ों में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक की गोली लगने से मुठभेड़ में मौत हो गई, जबकि मिथुन कुमार (28), सनी दयाल (28) और विपिन कुमार वर्मा फिलहाल फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
इस मामले पर एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जब रुकने को कहा गया तो आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें एक आरोपी अरविंद कुमार (22) के पैर में गोली लग गई। वहीं उसके साथ कार में मौजूद बलराम कुमार और कैलाश बिंद को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके पास से 3 लाख रुपये नकद, 1889 ग्राम सोना और 1240 ग्राम चांदी बरामद की गई है।