नई दिल्ली : बीते कुछ दिनों से अब भारत में भी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामले बढ़ रहे हैं. भारत में HMPV के 8 मामले सामने आ चुके हैं. अभी तक अधिकतर केस केवल बच्चों में ही आए हैं. इस वायरस से बच्चों को खांसी- जुकाम और कुछ मामलों में सांस लेने में परेशानी की समस्या भी हो रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय वायरस को लेकर सतर्क है. एचएमपीवी वायरस के मामले बच्चों में तो आ ही रहे हैं, लेकिन बच्चों के अलावा किन लोगों को इस वायरस से ज्यादा खतरा है.
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि कोविड से मिली सीख को ध्यान में रखते हुए, यह जरूरी है कि HMPV वायरस को हल्के में न लिया जाए. इस वायरस के बारे में जानकारी, लक्षण, और बचाव के उपायों को जानना जरूरी है. ये जानने के लिए हमने यशोदा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. छवि गुप्ता से चर्चा की है. HMPV, या ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस, एक मौसमी वायरस है. यह श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और इसके लक्षण सर्दी-जुकाम के समान होते हैं. हाल के दिनों में यह चीन में तेजी से फैल चुका है और अब भारत में भी इसके मामले बढ़ने लगे हैं.
HMPV वायरस से किसे है सबसे ज्यादा खतरा?
छोटे बच्चे: इनका इम्यून सिस्टम पूरी तरह से विकसित नहीं होता.
बुजुर्ग: उम्र के साथ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है.
अस्थमा के मरीज: यह वायरस श्वसन तंत्र पर सीधा हमला करता है.
क्रॉनिक बीमारियों से ग्रस्त लोग: जैसे डायबिटीज या हृदय रोग के मरीज.
HMPV वायरस के लक्षण
लगातार खांसी
सांस लेने में कठिनाई
गले में खराश
थकान और कमजोरी
HMPV वायरस से बचाव कैसे करें
हाथ धोकर भोजन करें
मास्क पहनें
संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाएं रखें.
संक्रमित वस्तुओं को छूने से बचें