गणतंत्र दिवस परेड: कर्तव्य पथ पर दिखेंगे पैरालंपिक खिलाड़ी, सरपंच व कारीगर, 10 हजार विशेष अतिथि आमंत्रित
नई दिल्लीः गणतंत्र दिवस के अवसर इस बार पैरालंपिक खिलाड़ियों सहित उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले गांवों के सरपंच, हथकरघा कारीगर, वन एवं वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ता 10 हजार लोगों को विषेश अतिथि के तौर पर बुलाया जाएगा। सभी अतिथियों को कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस की परेड देखने का मौके मिलेगा। सरकार ने गुरुवार को यह जानकारी दी। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि स्वर्णिम भारत के इन वास्तुकारों में विविध पृष्ठभूमि के लोग हैं, जिनमें विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले और सरकार की योजनाओं का सर्वोत्तम उपयोग करने वाले लोग शामिल हैं।
इसमें कहा गया कि राष्ट्रीय महत्व के आयोजनों में जन-भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए लगभग 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि इन विशेष अतिथियों को विभिन्न क्षेत्रों और कार्यक्षेत्रों से चुना गया है। इसके लिए कुल 31 श्रेणियां थीं। इन श्रेणियों में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाले गांवों के सरपंच, आपदा राहत कर्मचारी, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जल योद्धा, जीवंत गांवों के अतिथि (गेस्ट्स फ्रॉम वाइब्रेंट विलेजेज़), पूर्वोत्तर राज्यों के अतिथि, सर्वश्रेष्ठ पेटेंट धारक, सर्वश्रेष्ठ स्टार्ट-अप व सड़क निर्माण श्रमिकों समेत अन्य शामिल हैं। बयान के अनुसार, आमंत्रित लोगों में हथकरघा कारीगर, पैरालंपिक दल के सदस्य और वन एवं वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
इसमें कहा गया कि गणतंत्र दिवस समारोह के अलावा विशेष अतिथि राष्ट्रीय समर स्मारक, प्रधानमंत्री संग्रहालय और दिल्ली के अन्य प्रमुख स्थानों का भी दौरा करेंगे। उन्हें संबंधित मंत्रियों से बातचीत करने का भी अवसर मिलेगा। मंत्रालय ने कहा कि शतरंज ओलंपियाड पदक विजेता, ब्रिज वर्ल्ड गेम्स रजत पदक विजेता और स्नूकर वर्ल्ड चैंपियनशिप स्वर्ण पदक विजेता को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है क्योंकि उन्होंने अपने-अपने खेलों में अपने प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित किया है।
बयान के मुताबिक, जिन सरपंचों के गांवों ने चुनिंदा सरकारी पहल में लक्ष्य हासिल किए हैं, उन्हें आमंत्रित किया गया है। प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग ने पंचायतों के बीच एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की घोषणा की थी। जिन पंचायतों ने कम से कम छह प्रमुख योजनाओं में लक्ष्य हासिल किए हैं, उन्हें विशेष अतिथि के रूप में चुना गया।