लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम, बहुजनों की नेता और बसपा सुप्रीमों मायावती आज यानी बुधवार 15 जनवरी को अपना 69वां जन्मदिन मना रही हैं। इस मौके पर उन्होंने लखनऊ स्थित बसपा मुख्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अपने संबोधन में बीएसपी चीफ ने कांग्रेस और सपा को निशाना तो बनाया ही साथ ही बीजेपी को भी लपेटे में लिया।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपने जन्मदिन के मौके पर पार्टी को नसीहत दी है। अपने जन्मदिन के मौके पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने कहा कि दूसरी पार्टियों की नीति और नीयत साफ नहीं है। मायावती की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद भी उनके साथ थे।
सपा कांग्रेस को बनाया निशाना
बीएसपी प्रमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने अपनी सरकार में गरीबों और दलितों के लिए जो योजनाएं शुरू कीं, उन्हें कई राज्यों ने लागू किया। पिछले कुछ सालों से सपा, कांग्रेस, बीजेपी दलितों के बेस वोट बैंक को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं, हमें इनसे सावधान रहना होगा। ये सभी जातिवादी पार्टियां हैं। इन सभी ने आरक्षण को निष्प्रभावी बनाने का काम किया है।
अमित शाह पर भी बोला हमला
कांग्रेस की सरकारों में बाबा साहब से लेकर सभी दलित चिंतकों की उपेक्षा की गई है। बीजेपी भी पीछे नहीं है। इस पार्टी के वरिष्ठ मंत्री ने बाबा साहब का अपमान किया है और इसका पश्चाताप भी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठी पार्टियों की कथनी और करनी में बहुत अंतर हो गया है।
पूर्व सीएम ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय भी दबा हुआ महसूस कर रहा है। गरीबी और बेरोजगारी से हर कोई परेशान है। दलितों, कांग्रेस, भाजपा और अन्य जातिवादी पार्टियों से सावधान रहें। अपने आंदोलन को आगे बढ़ाएं। दुख की बात यह है कि चुनाव में हमारे लोग ऐसी सरकारों को सत्ता में लाते हैं जो पिछड़ों और दलितों का दमन करती रही हैं।
दिल्ली चुनाव को लेकर बसपा प्रमुख ने कहा है कि बसपा दिल्ली विधानसभा चुनाव मजबूती से लड़ रही है। अगर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हुए और ईवीएम में कोई धांधली नहीं हुई तो हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले यूपी और बिहार के गरीब लोगों के साथ अच्छा नहीं कर रही है। दिल्ली में सभी को सोच-समझकर वोट करना चाहिए।