मस्कट: भारत और ओमान इस साल व्यापक व्यापार एवं निवेश समझौते को अंतिम रूप देने पर काम कर रहे हैं। इससे एक-दूसरे के उत्पादों पर शुल्क दरों में कटौती होगी और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। दोनों देशों के बीच, खासकर आर्थिक क्षेत्र में रिश्ते मजबूत होंगे। ओमान के वाणिज्य मंत्री कैस बिन मोहम्मद अल-यूसुफ ने कहा कि मस्कट को इस साल भारत के साथ महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते के पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते पर फिलहाल बातचीत चल रही है। हमारे बीच पहले ही कई दौर की बातचीत हो चुकी है। एक और दौर आने वाला है। फिर हम देखेंगे कि यह कैसे आगे बढ़ता है।
ओमान, भारत के साथ व्यापार बढ़ाने का इच्छुक है और हमारे देश में भारतीय निवेशकों की काफी रुचि है। ओमान के वाणिज्य मंत्री ने पिछले 20 साल में मजबूत आर्थिक वृद्धि के लिए भारत की सराहना की और उपलब्धियों व आर्थिक वृद्धि दर को बहुत प्रभावशाली बताया। भारत के लोगों ने वास्तव में आर्थिक वृद्धि हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की। डिजिटल बदलाव, विज्ञान व कई अन्य क्षेत्रों में तेज वृद्धि हुई है।
प्रस्तावित भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप गलियारे (आईएमईईसी) संबंधी सवार पर अल-यूसुफ ने कहा कि यह एक अच्छा कदम है। परिवहन को आसान बनाने वाली संपर्क से जुड़ी कोई भी परियोजना व्यापार को बढ़ाने में मददगार होती है। आईएमईईसी के तहत एशिया, पश्चिम एशिया और पश्चिमी देशों के बीच एकीकरण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से भारत, सऊदी अरब, अमेरिका और यूरोप के बीच एक विशाल सड़क, रेलमार्ग और पोत परिवहन नेटवर्क की परिकल्पना की गई है।
पिछले कुछ वर्षों में भारत, ओमान के शीर्ष व्यापार भागीदारों में से एक के रूप में उभरा है। ओमान के कच्चे तेल के निर्यात के लिए 2023 में दक्षिण कोरिया के बाद भारत चौथा सबसे बड़ा बाजार था। ओमान के सुल्तान तारिक दिसंबर 2023 में भारत की यात्रा पर आए थे और इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विभिन्न मुद्दों पर व्यापक बातचीत की थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने 10 प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए एक दृष्टिकोण पत्र को अपनाया था।