एक देश जहां बूंद-बूंद ‘पानी’ के लिए तरस रहे लोग, मिलेगा सिर्फ ‘इतना’ पानी, ज्यादा पिया तो होगी ‘सजा’
नई दिल्ली: जहां दुनिया में कई जगह भरी बारिश हो रही है। वही विश्व में कुछ ऐसी भी जगहें है जहां पूरी तरह सूखा पड़ा है। जी हां ट्यूनीशिया ने अगले छह महीनों के लिए पीने के पानी पर कोटा सिस्टम लगा दिया है। इसका मतलब यहां पीने के लिए पानी नाप-नाप कर मिलेगा। इतना ही नहीं बल्कि खेती-बाड़ी के लिए पानी के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। आइए जानते है क्या है पूरी खबर…
सूखे से जूझ रहा है ट्यूनीशिया
मिली जानकारी के मुताबिक, यह सख्त नियम इस साल 30 सितंबर तक लागू रहेगा। इस बारे में बात करते हुए ट्यूनीशिया के कृषि मंत्रालय के अधिकारी हमादी हबीब ने कहा कि उनका देश पिछले कई महीनों से भयानक सूखे से जूझ रहा है। बता दें कि उसके बांधों में पानी की क्षमता 100 करोड़ क्यूबिक मीटर है। जो घटकर सिर्फ 30 फीसदी ही बची है। पिछले साल सितंबर से लेकर इस साल मार्च के मध्य तक ट्यूनीशिया में बारिश की भयानक कमी रही।
ऐसे में अब कृषि मंत्रालय ने इस हालात को देखते हुए फैसला लिया कि अगले छह महीनों तक पीने के पानी की राशनिंग होगी। कोई अपनी कार नहीं धुलेगा। इतना नहीं नहीं बल्कि पेड़-पौधों पर पानी नहीं डालेगा। न गलियों की सफाई पानी से करेगा। न ही किसी सार्वजनिक स्थान की सफाई के लिए पानी का इस्तेमाल होगा। किसी ने नियम तोड़ा तो उसे जुर्माना, जेल या दोनों हो सकता है। ऐसे में बड़े सोच समझ कर यहां के लोगों को पानी का इस्तेमाल करना होगा।
पानी का ज्यादा इस्तेमाल तो 6 महीने की जेल
अब आपको जानकारी दे दें कि ट्यूनीशिया के जल कानून के तहत नियम तोड़ने वाले को छह दिन से लेकर छह महीने तक की जेल हो सकती है। ट्यूनीशिया के लोगों को कहना है कि उनकी सरकार पिछले दो हफ्तों से रात में पानी सप्लाई में कटौती कर रही है। राजधानी और कई अन्य शहरों में पानी की राशनिंग शुरू हो चुकी है। जिसकी वजह से पूरे देश में गुस्सा फैल रहा है। पानी की किल्ल्त को देख वहां के नागरिक बढ़क रहे हैए।
तेजी से बढ़ रही है महंगाई
सरकार के इस फैसले से पूरे देश में सामाजिक तौर पर तनाव फैल रहा है। इसमें सबसे बुरी हालत गरीब लोगों की हो रही है। पानी को लेकर किए गए फैसले की वजह से महंगाई तेजी से बढ़ रही है। इस देश के उत्तर में मौजूद सिदी सलेम डैम, जो बड़े इलाके को पानी देता है, उसमें अब सिर्फ 16 फीसदी पानी बचा है। जबकि सामान्य दिनों में अधिकतम 58 करोड़ क्यूबिक मीटर पानी रहता है।
किसान यूनियन अधिकारी ने कहा…
इस बारे में बात करते हुए किसान यूनियन के अधिकारी मोहम्मद रजाईबिया ने बताया कि पानी की कमी की वजह से ट्यूनीशिया की फसल पैदावार में भयानक गिरावट आई है। पिछले साल वहां पर 7.50 लाख टन फसल हुई। जो इस साल घटकर 2.0 से 2.50 लाख टन हो गई है। ऐसे में यहां के नागरिक पानी की समस्या को लेकर बुरी तरह जूझ रहे है।