इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कराची में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। कराची के गुलिस्तान-ए-जौहर में एक व्यक्ति ने पहले महिला को आपत्तिजनक इशारे किए फिर उस पर हमला कर दिया। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और फुटेज सोशल मीडिया पर पोस्ट होने के बाद वायरल हो गई।
सिंध के मुख्यमंत्री और सूचना मंत्री को इस घृणित कार्य के बारे में जानकारी दी गई इसके बाद उन्होंने कराची के सहायक पुलिस महानिरीक्षक (DIG) और सिंध के पुलिस महानिरीक्षक (IG) को आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने और उसके साथ कानून के अनुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शिकायत के आधार पर स्थानीय पुलिस ने शुक्रवार को जौहर पुलिस स्टेशन में औपचारिक रूप से जांच शुरू की।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह घटना महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पाकिस्तान की अक्षमता के साथ-साथ सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में कानून के डर के बिना महिलाओं को छेड़ने और उन्हें परेशान करने की गंभीर घटना की याद दिलाती है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता की पहचान कर ली गई है, लेकिन उसका परिवार पूछताछ में मदद करने से इनकार कर रहा है। जिसका मतलब है कि अपराधी की पहचान उसके परिवार, दोस्तों और परिचितों ने भी कर ली है। लेकिन अफसोस की बात है कि कोई भी उन पर आरोप लगाने के लिए आगे नहीं आएगा। पुलिस ने घटना के चश्मदीद दो निजी सुरक्षा गार्डों से भी पूछताछ की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर गार्डों ने तुरंत एक्शन लिया होता, तो अपराधी को पकड़ा जा सकता था। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि उनके कार्य महिलाओं के खिलाफ दुर्व्यवहार और हिंसा के प्रति पाकिस्तानी समाज की सामान्य मानसिकता को दर्शाते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में सामान्य महिला-द्वेष संबंधी माहौल पीड़ितों को एफआईआर दर्ज करने से रोकता है क्योंकि उन्हें कानून प्रवर्तन कर्मियों और उनके परिवारों से फटकार के साथ-साथ आजीवन कलंकित होने का जोखिम होता है। पाकिस्तान की संस्कृति और कानूनी व्यवस्था में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया जाता रहा है और इसमें सुधार की संभावना बहुत कम है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि जाहिर है, अपराधियों को सजा का डर नहीं होता है, भले ही उनकी हरकतें कैमरे में कैद हो जाएं। क्योंकि वे देश की कानूनी प्रणाली की खामियों और समाज की सामान्य महिला द्वेष माहौल से पूरी तरह वाकिफ हैं।