बांदा (उत्तर प्रदेश)। जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार सुबह मुख्य चिकित्सा अधीक्षक रैंक के पांच डॉक्टरों द्वारा किया जाएगा। अंसारी की गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
शव को पहले ही शवगृह में रखवा दिया गया है। पोस्टमार्टम के दौरान परिवार को मौजूद रहने की अनुमति दी जाएगी और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी। मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी ने पत्रकारों को बताया कि उनका परिवार चाहता है कि शव का पोस्टमार्टम बांदा के बजाय किसी अन्य जिले में किया जाए।
पारिवारिक सूत्रों ने कहा कि उनके वकील मुख्तार के बड़े बेटे अब्बास अंसारी के लिए पैरोल के लिए भी आवेदन देंगे, ताकि वह अपने पिता के सुपुर्द-ए-खाक में शामिल हो सकें। अब्बास फिलहाल कासगंज जेल में बंद हैं। इस बीच, शुक्रवार को मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के महमूदाबाद में कालीबाग कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि वहां पहले से ही पर्याप्त पुलिस तैनाती कर दी गई है और सिविल वर्दी में भी पुलिसकर्मी रहेंगे। सुपुर्द-ए-खाक में शामिल होने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। सोशल मीडिया भी जांच के दायरे में है और स्थानीय खुफिया यूनिट्स के कर्मियों को भी तैनात किया गया है।
मुख्तार की पत्नी अफशां अंसारी, जिनके सिर पर 50,000 रुपये का इनाम है, के सुपुर्द-ए-खाक के लिए गाजीपुर पहुंचने की संभावना के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं। अफशां पिछले कई महीनों से फरार है।