बेंगलुरु : क्या आपने कभी ऐसे मंदिर के बारे में सुना है जहाँ भगवान की पूजा के लिए चढ़ाया जाने वाला प्रसाद कोई मिठाई या फूल नहीं बल्कि पत्थर हो? नहीं सुना है ना? तो आइये हम बताते हैं आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में जहाँ प्रसाद में पत्थर चढ़ाए जाते हैं. यह मंदिर बेंगलुरु-मैसूर नैशनल हाईवे के मांड्या शहर में स्थित है.
किरागांदुरू-बेविनाहल्ली रोड पर बना कोटिकालिना काडू बसप्पा मंदिर पत्थर चढ़ाए जाने के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ अगर आप दर्शन करने जाते हैं तो आपको प्रसाद के तौर पर पत्थर चढाने होंगे. आप किसी भी साइज़ का पत्थर भगवान को समर्पित कर सकते हैं लेकिन ध्यान रहे कि आप एक बार में केवल 3 या 5 पत्थर ही भगवान को चढ़ा सकते हैं.
वहीं पत्थर चढ़ाए जाने के कारण मंदिर के बाहर कई साइज़ के ढेरों पत्थर इकठ्ठे हो गए हैं. यह मंदिर बेंगलुरु-मैसूर नैशनल हाईवे पर मांड्या शहर से महज़ 2 किमी दूरी पर स्थित है. इस मंदिर की एक अन्य विशेषता यह है कि यहाँ कोई भी पुजारी नहीं है. यहाँ पर आने वाले श्रद्धालु अपनी पूजा स्वयं करते हैं. वहीँ स्थानीय लोगों ने जानकारी दी है कि, आसपास के लोग और मांड्या तालुक के लगभग सभी गांव वाले रोजाना इस मंदिर में पत्थर चढाने के लिए आते हैं. वहीँ इस मंदिर की मान्यता है कि लोगों की मुराद पूरी होने के बाद वे अपने खेतों या अपनी जमीन से पत्थर ला कर भगवान को चढ़ाते हैं.