नई दिल्ली : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता में शामिल गोंडा जिले के वनटांगिया समुदाय के गांव में मुख्यधारा में जोड़ने में कामयाबी मिली है। आज़ादी के 77 साल बाद जिले का वनटांगिया गांव बुटहनी पहली बार बिजली के रोशनी से चमका है। यह गांव अब दूधिया रोशनी से जगमगा रहा है। छपिया ब्लॉक स्थित बुटहनी वनटांगिया गांव जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर है। यह वर्षों से विकास की मुख्यधारा से कटा हुआ था। अंग्रेजों द्वारा जंगलों में बसाए गए इस समुदाय को लंबे समय तक अधिकारों और मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया।
पांच वर्षों के लिए एक जगह पर बसाए जाने के बाद इन्हें बार-बार विस्थापित किया जाता था। घासफूस के मकानों में रहने वाले इन लोगों को जीवनयापन के लिए जलौनी लकड़ी पर निर्भर रहना पड़ता था। 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम घोषित कर विकास की प्रक्रिया की नींव रखी। इस पहल के तहत समुदाय को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत घर, जमीन का मालिकाना हक, पीने का पानी और रोजगार के अवसर प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप डीएम नेहा शर्मा ने भी वनटांगिया गांव को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए। इसी कड़ी में छपिया के बुटहनी वनटांगिया गांव को रोशन किया है। पहली बार इनके घरों में बिजली पहुंची है।
गांववासियों में खुशी: बिजली पहुंचने के बाद गांव में पहली बार बल्ब की रोशनी देख ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे। गुलाब स्वयं सहायता समूह की संचालिका मीन ने कहा कि पहले अंधेरे में घर से बाहर निकलने में डर लगता था। अब हमारी जिंदगी में उजाला और सुरक्षा दोनों आई हैं। गांव के बुजुर्ग नंद लाल ने कहा कि हमने अपना पूरा जीवन अंधेरे में बिताया, लेकिन अब हमारी अगली पीढ़ी को रोशनी और विकास देखने का अवसर मिला है।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया, प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है कि हर समुदाय को लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले। बुटहनी गांव में बिजली पहुंचाने से ग्रामीणों का जीवन में बड़ा बदलाव आएगा। बुटहनी गांव में अंधेरे का युग समाप्त हुआ और एक नए बदलाव की शुरुआत की गई है।