नई दिल्ली: सॉवरेन वेल्थ फंड अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी Abu Dhabi Investment Authority (ADIA) भारत के आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट Lenskart में करीब 29 अरब रुपये (350 मिलियन डॉलर) से करीब 33 अरब रुपये (400 मिलियन डॉलर) का निवेश करने के लिए बातचीत कर रही है. इकनॉमिक टाइम्स अखबार ने अपनी एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है. बता दें कि, लेंसकार्ट का वैल्यूएशन 3 खरब रुपये से अधिक (4.5 अरब डॉलर) है.
इस निवेश से ADIA को लेंसकार्ट में लगभग 10 फीसदी हिस्सेदारी मिल सकती है. इस मामले की जानकारी रखने वाले सोर्स ने बताया कि यह 10 फीसदी हिस्सेदारी शेयरों की सेकेंडरी सेल्स के रूप में होने की संभावना है, जिसमें एक छोटे से प्राथमिक दौर में ग्रोथ इक्विटी शामिल है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि हिस्सेदारी हासिल करने वाले निवेशकों की जानकारी और हिस्सेदारी तय करने को लेकर अभी तय किया जाना बाकी है. आधिकारिक घोषणा कुछ हफ्तों में होने की उम्मीद है. अभी ADA की लेंसकार्ट में कोई हिस्सेदारी नहीं है. ADA और लेंसकार्ट ने फिलहाल इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
इस साल जून में सॉफ्टबैंक SoftBank ग्रुप द्वारा समर्थित लेंसकार्ट ने एल. कैटरटन एशिया (L Catterton Asia) और मित्सुई एंड कंपनी प्रिंसिपल इन्वेस्टमेंट्स (Mitsui & Co. Principal Investments) के स्वामित्व वाले ओनडेज में करीब 32 अरब रुपये में मेजॉरिटी शेयर खरीद लिए थे.
लेंसकार्ट के को-फाउंडर पीयूष बंसल ने मॉन्ट्रियल के मैकगिल विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है और भारत लौटने से पहले माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प के मुख्यालय में काम किया था. उन्होंने 2010 में लिंक्डइन पर मिले तीन अन्य लोगों के साथ नई दिल्ली से सटे औद्योगिक शहर फरीदाबाद में लेंसकार्ट सॉल्यूशंस प्राइवेट की सह-स्थापना की थी. लेसकार्ट की इंजीनियरिंग टीम में 300 लोग हैं और वित्त वर्ष 23 तक इसे 500 लोगों तक बढ़ाने का अनुमान है.
लेंसकार्ट ने टीपीजी, टेमासेक और केकेआर जैसे निवेशकों से लगभग 968 मिलियन डॉलर (76 अरब रुपये) की कुल फंडिंग जुटाई है. यह वारबी पार्कर, स्पेक्समेकर्स, टाइटन आईप्लस और जीकेबी जैसे आईवियर निर्माताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करता है.