नई दिल्ली: वास्तु शास्त्र में वस्तुओं को विशेष महत्व दिया गया है और उन्हें घर में रखने की दिशा (Vastu Tips) बताई गई है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में मौजूद हर चीज में ऊर्जा होती है। यह व्यक्ति को सकारात्मक या नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। ऐसा माना जाता है कि अगर घर में वास्तु दोष है तो पूरे किए गए कार्य भी विफल हो सकते हैं। घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए आप कुछ वास्तु उपाय भी आजमा सकते हैं। कई बार घर में कितना भी पैसा आ जाए, लेकिन टिकता नहीं है। समृद्धि के लिए वास्तु भी इसके पीछे एक कारण हो सकता है। ऐसे में घर का मंदिर किस दिशा में रखना चाहिए और किन चीजों को मंदिर में रखने से सुख-समृद्धि आती है, आइए जानते हैं।
घर मंदिर का स्थान
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मंदिर की सही दिशा उत्तर-पूर्व दिशा होती है। यह दिशा मंदिर के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि अगर इस दिशा में मंदिर बनाया जाए तो घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। गलती से भी दक्षिण दिशा में मंदिर नहीं बनाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यदि मंदिर का मुख दक्षिण दिशा की ओर हो तो हमेशा धन हानि की संभावना बनी रहती है।
मोर पंख
मोर पंख भगवान कृष्ण को बहुत प्रिय है। इसे मंदिर में रखना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि पूजा स्थल पर मोर पंख रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
सीप
घर में नियमित रूप से शंख फूंकने से सकारात्मक ऊर्जा आती है। कहा जाता है कि पूजा के स्थान पर शंख रखना बहुत शुभ होता है। ऐसा करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
गंगा जल
हिंदू धर्म में पवित्र गंगा नदी के पानी का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि पवित्र जल कभी खराब नहीं होता। हिंदू धर्म में गंगाजल को बहुत पवित्र माना जाता है। यही कारण है कि पूजा स्थल पर हमेशा पवित्र जल रखना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
शालीग्राम
शालिग्राम को भगवान विष्णु का एक रूप माना जाता है। शालिग्राम भगवान को पूजा स्थल पर रखना बहुत ही शुभ होता है। ऐसा माना जाता है कि इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।