लखनऊ: उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतारने के मामले में योगी सरकार लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है। यही नहीं उत्तर प्रदेश ने देशभर में लाउडस्पीकर उतारने के मामले में एक मिसाल भी कायम की है। सरकारी आंकड़ों की माने तो अब तक प्रदेश में एक लाख 32 हजार से अधिक धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकरों को उतारने और उनकी आवाज को तय मानकों के अनुसार कम कराया गया है।
प्रदेश भर में सभी धार्मिक स्थलों से करीब 75190 लाउडस्पीकरों को उतारने का काम किया गया है। वहीं 57,262 लाउडस्पीकरों की आवाज तय मानकों के अनुसार कम कराई गई है। धार्मिक स्थलों से उतारे गए लाउडस्पीकरों को स्कूलों और पब्लिक एड्रेस सिस्टम के लिए भी सौंपा गया है।
प्रदेश भर में धार्मिक स्थलों से उतारे गए 75190 लाडस्पीकरों में से करीब 19974 लाउडस्पीकर स्कूल को दिए गए वहीं 2263 लाउडस्पीकरों को पब्लिक एड्रेस सिस्टम के लिए दिया गया है। प्रदेश सरकार ने 23 अप्रैल को धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने के आदेश जारी किए थे। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के एक आदेश पर प्रदेश सरकार ने राज्यव्यापी अभियान शुरू किया था। जो उत्तर प्रदेश में बदस्तूर जारी है।
प्रदेश भर में विभिन्न समुदायों के धार्मिक नेताओं के साथ संवाद स्थापित करते हुए पूरे अभियान को शांतिपूर्ण ढंग से संचालित किया गया। अभियान के दौरान सभी को लाउडस्पीकरों से होने वाले ध्वनि प्रदूषण के बारे में जागरूक किया गया। धर्मगुरुओं ने समाज को एक अच्छा संदेश देते हुए लाउडस्पीकरों को हटाने में अपना सहयोग दिया। मालूम हो कि इस अभियान के शुरुआत में लोगों को सकारात्मक संदेश देने के लिए गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर और देवीपाटन स्थित मंदिर से कई लाउड स्पीकरर्स उतरवा दिये। बाद में कई स्थलों के प्रबंधकों ने भी अपनी मर्जी से यही काम किया।