उदयपुर: प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दर्जी की जघन्य हत्या की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह के कृत्य को किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता है और यह इस्लाम धर्म के खिलाफ है। जमीयत के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने एक बयान में “पैगंबर के अपमान के बहाने उदयपुर में क्रूर हत्या” की निंदा की और इसे इस्लाम धर्म के खिलाफ बताया।
उन्होंने कहा कि जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया है उसे किसी भी तरह से न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता और यह कृत्य देश के कानून और ‘हमारे धर्म’ के खिलाफ है। कासमी ने कहा, “हमारे देश में कानून की व्यवस्था है, किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।” उन्होंने देश के सभी नागरिकों से संयम बरतने और देश में शांति बनाए रखने की भी अपील की।
गौरतलब है कि नुपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर दिए बयान का कथित समर्थन करने पर राजस्थान के उदयपुर में एक व्यक्ति की गला काटकर हत्या कर दी गई। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि दो युवक कपड़े का नाप देने के बहाने दर्जी की दुकान में पहुंचते हैं और फिर उस पर धारदार हथियार से हमला करते हैं। इसके बाद व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। शहर में चौबीस घंटों के लिए इंटरनेट को बंद कर दिया गया है।